वास्तु शास्त्र के अनुसार, हाथी की मूर्ति को घर में रखने से विशेष लाभ होते हैं। मगर, इसके सही दिशा में रखने से ही ये लाभ मिलते हैं। यहाँ हम विस्तार से बताएंगे कि हाथी की मूर्ति का मुख किस दिशा में होना चाहिए और इसके लाभ क्या हैं? हाथी की मूर्ति को सही दिशा में रखने से घर में समृद्धि, सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखी गई हाथी की मूर्ति घर के वातावरण को बेहतर बनाती है और जीवन में खुशहाली लाती है।
उत्तर दिशा को धन, समृद्धि और तरक्की की दिशा माना जाता है। जब हाथी की मूर्ति का मुख इस दिशा में होता है, तो यह घर में धन और समृद्धि को आकर्षित करता है। साथ ही, यह घर के माहौल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
दक्षिण दिशा को नकारात्मक ऊर्जा की दिशा माना जाता है। यदि हाथी की मूर्ति का मुख इस दिशा में होता है, तो यह घर में वास्तु दोष पैदा कर सकता है और नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
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हाथी की मूर्ति घर के मुख्य द्वार पर या प्रवेश स्थान के पास रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में आने वाले हर व्यक्ति के लिए सुख और समृद्धि के दरवाजे खुलते हैं।
हाथी की मूर्ति को केवल सजावट के रूप में रखने से कोई विशेष लाभ नहीं होता। इसे एक शुभ और समृद्धि के प्रतीक के रूप में रखना चाहिए, न कि केवल दिखावे के लिए। यह घर के वातावरण को सकारात्मक बनाता है और जीवन में सौभाग्य लाता है।
हाथी की मूर्ति को ऐसी स्थिति में रखें, जहां उसका दृष्टिकोण घर के भीतर हो, न कि बाहर। यदि मूर्ति का मुख बाहर की ओर होता है, तो यह धन की कमी और बाधाओं का कारण बन सकता है।
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हाथी की मूर्ति में सिर और दांतों की सही स्थिति का ध्यान रखना चाहिए। हाथी की मूर्ति का सिर ऊंचा होना चाहिए, जो घर में सम्मान और पद की प्राप्ति के प्रतीक माने जाते हैं। दांतों की स्थिति को भी ध्यान में रखना चाहिए, जिससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।