कोरोना महामारी की वजह से दुनिया भर में आर्थिक मंदी फैलने की आशंका जताई जा रही है। दुनिया भर में इससे करोड़ों लोगों की नौकरियां जा सकती हैं, वहीं भारत में भी रोजगार का संकट गहराएगा। इसका असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत खराब पड़ सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना महामारी की वजह से दुनिया भर में आर्थिक मंदी फैलने की आशंका जताई जा रही है। दुनिया भर में इससे करोड़ों लोगों की नौकरियां जा सकती हैं, वहीं भारत में भी रोजगार का संकट गहराएगा। इसका असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत खराब पड़ सकता है। जब किसी की जमी-जमाई नौकरी चली जाती है तो उसकी जिंदगी में कैसा भूचाल आता है, इसे भुक्त भोगी ही समझ सकता है। दूसरे लोगों को उसकी मानसिक तकलीफ का अंदाजा जल्दी नहीं हो सकता है। यह अलग बात है कि नौकरी जाने पर अलग-अलग लोगों पर इसकी अलग-अलग प्रतिक्रिया होती है। यह इस पर भी निर्भर करता है कि किसी को किस हद तक आर्थिक सुरक्षा हासिल है और उसकी बचत कितनी है। आम तौर पर सभी मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि जॉब जाने पर लोगों के डिप्रेशन में जाने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में कुछ खास उपाय अपना कर इससे एक हद तक बचाव किया जा सकता है।
1. खुद को दें समय
अगर कोरोना संकट के दौरान आपकी जॉब चली जाती है तो चिंता और परेशानी होना स्वाभाविक है। एक जमी-जमाई जॉब जाने के बाद दूसरी जॉब का मिलना आसान नहीं होता। आर्थिक संकट से सभी कंपनियां जूझ रही हैं। ऐसी स्थिति में आप परेशान हो कर भी ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। इस स्थिति में सकारात्मक प्रयास करने के लिए आपको खुद को समय देना होगा और संभवानाओं की तलाश करनी होगी। नेगेटिव फीलिंग्स से हर हाल में खुद को बचाना होगा।
2. अपनी फीलिंग्स को लिखें
रोजगार जाने के बाद जरूरी नहीं कि आप अपनी फीलिंग्स के बारे में सबों को बतालाएं। लेकिन आप अपनी भावनाओं को लिख सकते हैं। किन परिस्थितियों में आपकी जॉब गई, आप वहां कैसा काम करते थे, आपके काम को लेकर स्टाफ और बॉस की क्या सोच थी, इन सारी चीजों के बारे में लिखने से आपको अपनी मानसिकता का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। इससे आपको राहत भी मिलेगी।
3. कड़वे सच को स्वीकार करें
यह सच है कि आपकी जॉब चली गई है और यह चाहे कितने ही दुख की बात क्यों न हो, आपको यह सच्चाई स्वीकार करनी होगी। ऐसा लगना स्वाभाविक है कि आप अपनी जिम्मेदारी बेहतर तरीके से निभा रहे थे और आपको गलत तरीके से निकाल गया, लेकिन हमेशा यही सोचते रहने से कोई फायदा नहीं होगा। आपको नए संभावनाओं की तलाश में लगना होगा।
4. खुद को दोषी मत ठहराएं
अगर किसी की जॉब चली जाती है तो फैमिली में भी लोग उसे इसके लिए जिम्मेदार ठहराने लगते हैं। जॉब जाने पर घर के लोग भी परेशान हो जाते हैं और ऐसे समय में उन्हें उस शख्स में सिर्फ बुराइयां ही दिखाई देती हैं। जिसकी जॉब जाती है, उसका भी सेल्फ कॉन्फिडेंस कमजोर हो जाता है। वह अपने को कमतर समझने लगता है। इससे मानसिक परेशानी बढ़ती है। जॉब जाने पर कभी भी खुद को कमतर मत आंके। यह सोचें कि यह जिंदगी का एक ऐसा दौर है जो जल्दी ही चला जाएगा।
5. जॉब जाने को मामूली परेशानी समझें
ज्यादातर सफल लोगों को जिंदगी में बहुत धक्के खाने पड़ते हैं। उन्हें अपने करियर में कई तरह की असफलताओं के दौर से गुजरना पड़ता है। इसलिए अगर आपकी जॉब चली गई है तो इसे बहुत बड़ी मुसीबत मत समझें। आप नया काम हासिल करने के लिए कोशिश जारी रखें। दुनिया में काम की कमी नहीं, करने वालों की कमी है। इसलिए सकारात्मक सोच रखें।