
हम जीवन के उस दौर में जी रहे हैं, जहां सेहत से ऊपर काम को रखा जाता है। अगर काम नहीं करोगे तो आखिर करियर कैसे बनेगा? करियर नहीं होगा, तो जीवन तो वैसे ही व्यर्थ है! लेकिन क्या करियर बनाने की शर्त पर खुद के स्वास्थ्य से खेलने सही है? यह तभी इंसान को समझ आता है, जब वह किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ जाता है। ऐसा ही एक हादसा हुआ 29 वर्ष की महिला के साथ। जानिए आखिर क्या घटा महिला के साथ।
महिला वैसे तो अपने स्वास्थ्य का खूब ध्यान रखती थी और पौष्टिक खाना भी खाती थी लेकिन ऑफिस वर्क में वो डूब गई। लंबे काम के घंटे, स्क्रीन टाइम और तनाव के कारण धीरे-धीरे मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार पड़ने लगी। महिला को इसकी भनक तक नहीं लगी। कुछ समय बाद जब महिला को चौथी स्टेज का कोलेरेक्टल कैंसर डायग्नोज हुआ, उसकी दुनिया मानों हिल गई। महिला की यह कहानी किसी भी इंसान को सोचने पर मजबूर कर सकती है। भले ही ऑफिस वर्क जीवन का अहम हिस्सा है लेकिन पूरा जीवन नहीं।
महिला अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताती है कि पहले वह एक्टिव रहती थी लेकिन धीरे-धीरे ऑफिस के काम में इतना डूब गई कि उसने एक्टिव रहना ही बंद कर दिया। उसका दिन बहुत सुस्त जाता था और मुश्किल से ही घर से बाहर निकाल पाती थी। शारीरिक मेहनत ना के बराबर हो गई। लाइफस्टाइल में इस तरह का बड़ा बदलाव बीमारी की तरफ पहला कदम था। महिला जैसे-जैसे काम में डूबती गई उसने खुद को समझाया कि वह जल्द ही अपने हेल्दी रूटीन में वापस आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
महिला ने थकान, सुस्ती आदि पर ध्यान नहीं दिया। सारा दोष काम और नींद की कमी पर डाल दिया। देखते-देखते महिला की तबियत खराब होने लगी। कुछ समय बाद महिला को स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर डायग्नोज हुआ। महिला कहती है कि ‘अब जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो मुझे एहसास होता है कि यह सिर्फ मेरी गलती थी। अगर समय से शारीरिक लक्षणों पर ध्यान देती, तो यह दिन ना देखना पड़ता। महिला अंत में लिखती है कि सबसे मुश्किल समय से उसने सीखा है कि महत्वाकांक्षा आपके स्वास्थ्य से समझौता नहीं कर सकती। हमारा शरीर ध्यान मांगता है। अगर हम उसे पर ध्यान नहीं देंगे, तो वह थोड़ा नहीं बल्कि बहुत बीमार हो जाएगा।
और पढ़ें: 3 लाख में डेटिंग ऐप के प्रेमी का सच आया सामने, लड़की चली गई सदमे में