रिलेशनशिप डेस्क. इमोशन रूप से कंट्रोल किया जाना शुरुआत में तो आपको ज्यादा तकलीफ नहीं देता है। लेकिन धीरे-धीरे यह मेंटल हेल्थ और आत्मविश्वास पर गहरा असर डाल सकता है। कई बार यह इतनी चालासी से होता है कि आपको इसका अहसास तक नहीं होता। यह रिश्ते में असंतुलन पैदा करता है। आपको कमजोर महसूस करवाता है। यहां 6 संकेत दिए गए हैं जो बताते हैं कि आपका पार्टनर आपको भावनात्मक रूप से नियंत्रित कर रहा है।
यदि आपका पार्टनर हर बार खुद को एक पीड़ित के रूप में पेश करता है, चाहे गलती उनकी हो, तो यह इमोशनल कंट्रोल का संकेत हो सकता है। इसका मकसद आपको दोषी महसूस कराना है। ताकि आप हमेशा उनकी भावनाओं का ध्यान रखें।
अपराधबोध का हथियार बनाना
अगर आपका पार्टनर अक्सर कहता है, "मैंने तुम्हारे लिए इतना कुछ किया और तुम ये भी नहीं कर सकते" या "तुम कितने स्वार्थी हो," तो वे अपराधबोध का उपयोग कर रहे हैं। यह तरीका आपकेडिसिजन को कंट्रोल करने के लिए होता है।
गैसलाइटिंग का मतलब है आपकी याददाश्त, भावनाओं या सोच को गलत साबित करना। अगर आपका पार्टनर बार-बार कहता है, "तुम्हें गलत याद है," या "तुम बेवजह ओवररिएक्ट कर रहे हो," तो यह संकेत हो सकता है कि वह आपको भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।
अगर आपका पार्टनर आपकी किसी बात पर गुस्सा होकर लंबे समय तक आपसे बात नहीं करता या चुप्पी साध लेता है, तो यह सजा देने का एक तरीका हो सकता है। इससे आप असहज महसूस करते हैं और उनकी शर्तें मानने पर मजबूर हो जाते हैं।
अगर आपका पार्टनर कहता है, "अगर तुम मुझसे प्यार करते हो, तो तुम्हें ये करना होगा," तो यह उनके द्वारा प्यार का इस्तेमाल एक हथियार के रूप में करने का संकेत है। यह तरीका आपके भावनात्मक फैसलों को नियंत्रित करने के लिए होता है।
अगर आपका पार्टनर आपको बार-बार दूसरों से तुलना करता है, आपकी आलोचना करता है या आपके आत्मविश्वास को कम करता है, तो यह भावनात्मक नियंत्रण का हिस्सा हो सकता है। इससे आपको अपने रिश्ते में असहाय और निर्भर महसूस होता है।
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