कलयुग में रिश्ते कैसे बचाएं? सिस्टर शिवानी के ये 7 कोट्स देंगे नई दिशा

Published : Jul 16, 2025, 03:57 PM IST
BK Shivani Quotes

सार

BK Shivani Quotes: आज के दौर में रिश्ते के प्रति लोगों का लगाव कम होते जा रहा है। एक दूसरे की जान लेने पर भी कई बार लोग उतारू हो जाते हैं। इस दौर में रिश्ते को कैसे संभाल सकते हैं उसकी राह सिस्टर शिवानी दिखाती हैं।

BK Shivani Relationship Tips:रिश्तों की उलझनों को सुलझाना जितना कठिन लगता है, सिस्टर शिवानी उतनी ही सहजता और सफाई से इसे संभालने के रास्ते बताती हैं।आध्यात्मिक टीचर बीके शिवानी अपने शब्दों से लाखों दिलों को छूती हैं। उनके विचार रिश्तों में मजबूत लाने में मदद करते हैं।यहां हम आपके लिए लाए हैं उनके कुछ ऐसे कोट्स, जो आपके जीवन और रिश्तों में गहराई और मिठास ला सकते हैं।

1.संचार बहुत जरूरी

बीके शिवानी कहती है,'संचार वह पुल है जो दो दिलों को जोड़ता है। सहानुभूति से सुनो और करुणा से बोलो।'रिश्तों में संवाद सबसे जरूरी है। जब हम संवेदनशील होकर सुनते हैं और मधुर बोलते हैं, तब रिश्ते मजबूत होते हैं।

2.विचारों का अंतर समझे

हम कई रिश्तों को बचा सकते हैं अगर हम एक साधारण बात समझ जाएं, 'लोग गलत नहीं हैं, बस अलग हैं।'हर व्यक्ति की सोच और अनुभव अलग होते हैं। जब हम इस भिन्नता को स्वीकार करना सीखते हैं, तब टकराव की जगह समझदारी आती है।

3.माफ करने की क्षमता जरूरी

बीके शिवानी कहती है कि 'क्षमा आपको मुक्त करती है। नाराजगी के बोझ को छोड़ दो और मुक्ति का चुनाव करो।'क्षमा दूसरों के लिए नहीं, अपने लिए जरूरी है। यह आपको मानसिक और इमोशनल आजादी देती है।

4.रिश्तों के टूटने का कारण

'रिश्ते कभी प्राकृतिक रूप से नहीं मरते, उन्हें मारा जाता है,व्यवहार, दृष्टिकोण, अहंकार, स्वार्थ या अज्ञानता से।'अगर रिश्ते कमजोर हो रहे हैं, तो बाहर नहीं बल्कि भीतर झांकने की जरूरत है।

5.रिश्तों की नींव विचारों की शुद्धता पर रखें

"रिश्ता इस पर आधारित नहीं होता कि हम एक-दूसरे के लिए क्या करते हैं या कैसे बात करते हैं, बल्कि इस पर होता है कि हम एक-दूसरे के बारे में कैसे सोचते हैं।'विचारों की शुद्धता ही सच्चे रिश्ते की नींव है।

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6.अगाध प्रेम है जरूरी

'जब हम किसी के लिए कुछ करते हैं, तो हम उनके लिए नहीं करते, हम करते हैं क्योंकि यह रिश्ता हमारे लिए खास है। उनके लिए के साथ अपेक्षा जुड़ती है, मेरे लिए के साथ प्रेम स्वतः बहता है।' सच्चा प्रेम अपेक्षा नहीं करता, वह देना जानता है।

7.सम्मान और समझदारी

'मुझे सम्मान दो, मुझे समझो। रिश्ता चाहने का नहीं, देने का नाम है। मैं तुम्हें सम्मान देता हूं, मैं तुम्हें समझता हूं।'सम्मान और समझदारी से ही रिश्ते फलते-फूलते हैं।

कौन हैं बीके शिवानी?

बीके शिवानी ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़ी हैं। वो ग्लोबल अध्यात्मकि टीचर हैं। 31 मई, 1972 को पुणे में जन्मी सिस्टर शिवानी अपनी बातों से लोगों को मोटिवेट करने का काम करती हैं। उनके दुनिया भर में फॉलोअर्स हैं।

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