
Safety Tips: आजकल लोग एकल परिवारों में रह रहे हैं, जहां अक्सर ऐसी स्थिति आ सकती है जब बच्चे को घर पर अकेले रहना पड़ सकता है। वैसे तो ज़्यादातर माता-पिता बच्चे को अकेला छोड़ने से बचते हैं, लेकिन कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं जब माता-पिता को अपने बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना पड़ता है। हालाँकि, यह एक बड़ी ज़िम्मेदारी है और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सही उपाय करना बहुत ज़रूरी है। अगर बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना ज़रूरी है, तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर उसकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करें। बच्चों को सुरक्षा से जुड़ी ज़रूरी बातें सिखाना और उचित मार्गदर्शन देना बहुत ज़रूरी है। अगर आपको भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ता है और बच्चे को घर पर अकेला छोड़ने की ज़रूरत महसूस होती है, तो पहले कुछ ज़रूरी बातों पर ध्यान दें, उसके बाद ही तय करें कि बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना चाहिए या नहीं और अगर छोड़ना ही है, तो कैसे?
बच्चे को अकेला छोड़ने से पहले यह देखना जरूरी है कि उसकी उम्र कितनी है। आमतौर पर 10-12 साल से छोटे बच्चों को अकेला छोड़ना सही नहीं माना जाता, लेकिन यह उनकी समझ और परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है। इसलिए बच्चे को घर पर अकेला छोड़ते समय यह देखें कि वह मानसिक और भावनात्मक रूप से इसके लिए तैयार है या नहीं।
गैस, बिजली, रसोई के चाकू, दवाइयां और दूसरी खतरनाक चीजों को बच्चे की पहुंच से दूर रखें। साथ ही उसे यह भी सिखाएं कि किसी भी आपात स्थिति में क्या करना है।
बच्चे को माता-पिता, करीबी रिश्तेदारों, पड़ोसियों और आपातकालीन सेवाओं के नंबर याद रखने चाहिए या उन्हें नोट में लिखकर दीवार पर चिपका देना चाहिए। साथ ही उसके पास मोबाइल फोन या लैंडलाइन होना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर वह तुरंत संपर्क कर सके।
संभव हो तो घर में सीसीटीवी कैमरे या स्मार्ट डिवाइस लगवाएं ताकि आप बच्चे पर नजर रख सकें। इससे आप समय-समय पर वीडियो कॉल के जरिए बच्चे से बात कर सकते हैं।
बच्चे के लिए पहले से खाना तैयार करके रखें और उसे सख्त हिदायत दें कि वह आग या गैस का इस्तेमाल न करे। उसे हेल्दी स्नैक्स और पानी पास में रखने के लिए कहें।
अगर आप लंबे समय के लिए बाहर जा रहे हैं, तो किसी नजदीकी पड़ोसी या रिश्तेदार को सूचित करें, ताकि जरूरत पड़ने पर वे बच्चे की मदद कर सकें।
बच्चे को अकेला छोड़ने के बाद, समय-समय पर फोन करके उसका हालचाल पूछते रहें। इससे उसे सुरक्षा और आत्मविश्वास का एहसास होगा।
बच्चे को समझाएं कि किसी अनजान व्यक्ति के लिए दरवाजा न खोलें और किसी अजनबी से बात न करें। घर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, बाहर जाने से पहले सभी दरवाजे और खिड़कियां ठीक से बंद कर दें। उसे ताला बंद करना और खोलना सिखाएं।