चार महीने तक वो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान और तुर्की की सीमा को पार किया। रास्ते में कई बार साइकिल खराब भी हुई। कई दिनों तक भूखे-प्यासे भी रहना पड़ा। लेकिन पत्नी के प्यार और उससे मिलने की इच्छा ने उन्हें टूटने नहीं दिया। वो बताते हैं कि कला ने मेरी सुरक्षा दी। रास्ते में मैं लोगों की तस्वीरें बनाता था तो कोई मुझे पैसे देता था तो कोई खाने को। किसी के यहां रात गुजराने के लिए छत मिल जाती थी।