
Parenting Guide In Hindi: बच्चों की परवरिश आसान काम नहीं होता है। बच्चा अपने आसपस के माहौल के साथ-साथ माता-पिता के नेचर से भी बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं। उनके पैरेंट्स उनके साथ या दूसरों के साथ कैसा बिहेव करते हैं वो उन्हें देखते हैं और उसे फॉलो करते हैं। पैरेंट्स को भी ये बात पता होती है कि उनके बच्चे उन्हें देखकर ही सीखते हैं।लेकिन अक्सर ये सवाल मन में उठता है, बच्चा किस उम्र में सबसे ज्यादा हमारे व्यवहार, शब्दों और आदतों से प्रभावित होता है? इस सवाल का जवाब सिर्फ साइंस नहीं, अनुभव भी देता है।
इस उम्र में बच्चा भले ही बहुत कम बोलता हो, लेकिन समझता बहुत है। आपकी आवाज की टोन, टच, मुस्कुराना, गले लगाना सबकुछ इसके ब्रेन में इमोशनल इंप्रिंट की तरह दर्ज होता है। यह वो उम्र होती है जब बच्चा आपसे सुरक्षा और अपनापन सीखता है। इस उम्र में आप जिस तरह से उसकी परवरिश करते हैं वो उसके आत्मविश्वास की नींव रखती है।
बच्चा इस उम्र में स्कूल जाने लगता है। वो बोलने और समझने लगता है। यही वो उम्र होती है जब बच्चा अपने माता-पिता से सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। पैरेंट्स कैसे गुस्से में रिएक्ट करते हैं। दूसरे के साथ कैसे बिहेव करते हैं। कैसे चिल्लाते हैं, प्यार करते हैं। सबकुछ बच्चा आपको देखकर सीखने लगता है। वो आपकी एक-एक हरकत को अपने अंदर उतारता जाता है। इस उम्र में दी गई शिक्षा, आदतें और संस्कार बच्चे की सोच और दृष्टिकोण तय करते हैं। इसलिए इस उम्र में आपको अपने बच्चे और दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उस पर चिल्लाना या हाथ उठाना बिल्कुल नहीं चाहिए।
चाइल्ड एक्सपर्ट कहते हैं कि 0 से 12 साल तक का समय ऐसा होता है जब माता-पिता का व्यवहार, बोलने का तरीका और सोच सबसे ज्यादा बच्चे के दिमाग और व्यक्तित्व पर असर डालता है। इसलिए बच्चे को डांटने से ज्यादा उसकी बातों को सुनें। उसके साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त गुजारें। बच्चे की तुलना किसी से ना करें। उसकी छोटी-छोटी चीजों पर तारीफ करें।