
आजकल हर कोई खुश रहने के तरीके ढूंढ रहा है। खुद संयोग से नहीं बल्कि चुनाव से मिलती है। यह बात बिल्कुल सच है कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुशी मानो गायब सी हो गई है। ऐसे में अगर इंसान खुद को स्ट्रेस फ्री रखना चाहे, तो आखिर क्या करें? हालांकि यह इतना कठिन भी नहीं है। जी हां! 2024 में ब्रिटिश जर्नल ऑफ हेल्थ साइकोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी में यह सामने आया कि केवल 10 मिनट तक माइंडफूलनेस प्रेक्टिस करने से स्ट्रेस में 12.6% और डिप्रेशन में 19.2% तक की कमी आती है। यानी कि रोजाना केवल 10 मिनट देने पर ही इंसान खुश रह सकता है। लेकिन यह बात कम ही लोगों को पता होती है। आइए जानते हैं कैसे कम समय में खुद को खुश रखा जा सकता है।
10 मिनट का माइंडफूलनेस न सिर्फ शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन यानी कि स्ट्रेस हार्मोन के लेवल को कम करता है बल्कि इससे इंसान दिन भर स्ट्रेस फ्री महसूस करता है। जिन लोगों को अक्सर तनाव की समस्या रहती है, उन्हें रोजाना 10 मिनट तक माइंडफूलनेस प्रेक्टिस करनी चाहिए।माइंडफूलनेस एक प्रेक्टिस है, जिसमें इंसान आरामदायक स्थिति में बैठकर या लेटकर, आंखें बंद करके सांसों के आने जाने पर ध्यान केंद्रित करता है। इसके लिए खुली और शांत जगह की जरूरत होती है। ऐसा करने से व्यक्ति दिन भर खुश महसूस करता है।
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हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में खुशी को लेकर की गई स्टडी में सामने आया कि धन या प्रसिद्धि नहीं बल्कि अच्छे रिश्तों से भी खुशी मिलती है। अगर आपके पास अच्छी रिश्तेदार या दोस्त हैं, तो उनसे सिर्फ 10 मिनट तक रोजाना बातें करें। आपका मूड रिफ्रेश हो जाएगा और आपको एक खास खुशी का एहसास होगा।
भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति इतनी नकारात्मकता से भर चुका है कि उसे ध्यान ही नहीं कि उसे किस चीज के लिए आभारी होना चाहिए। आप सिर्फ रोजाना 10 मिनट निकाल कर डायरी में उन तीन चीजों के बारे में लिखें, जिसके लिए आप आभारी हैं। ऐसा करने से आपके दिमाग में सकारात्मक आएगी और जीवन की अच्छी चीजों पर आपका ध्यान केंद्रित होगा। ऐसा करके भी आप तनाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं और आपके मन में खुशी की लहर जरूर दौड़ेगी।
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