
What is Ghostlighting: आज के डिजिटल और ऑनलाइन डेटिंग युग में, लव रिलेशनशिप पहले की तुलना में बहुत ज्यादा जटिल हो गए हैं। पहले हमनें घोस्टिंग (Ghosting) और गैसलाइटिंग (Gaslighting) जैसी बातें सुनीं, लेकिन अब एक और खतरनाक टेंडेंसी सामने आई है, जिसे घोस्टलाइटिंग कहते हैं। यह सिर्फ एक ब्रेकअप नहीं, बल्कि इमोशनल मनमानी का कॉम्बिनेशन है, जो आपको टूटने पर मजबूर कर सकता है।
घोस्टलाइटिंग एक तरह का ब्रेकअप टर्म है। जिसमें सामने वाला आपसे अचानक कम्युनिकेशन बंद कर देता है, वो बिना स्पष्टीकरण के। इतना ही नहीं यह आपके उस रिश्ते को झुठलाता भी जिसमें आप कभी उसके साथ थे। यानी जब कोई अचानक गायब होता है और फिर लौटता है, तो वो मना कर देता है कि उसका आपके साथ किसी तरह का प्रेम संबंध था।
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घोस्टलाइटिंग सिर्फ पीड़ादायक नहीं, बल्कि धैर्य और आत्मसम्मान को खोखला कर देने वाला होता है। ऐसा लगता है जैसे आपके लिए ही सब रचा गया था। इसका असर लंबे समय तक मेंटल हेल्थ पर पड़ता है।
जहां घोस्टिंग का मतलब है बिना किसी कारण बताए अचानक गायब हो जाना, वहीं घोस्टलाइटिंग में किसी इंसान को इस हद तक मेंटल रूप से प्रभावित करना कि वह अपनी सोच और हकीकत पर शक करने लगे। नेशनल डोमेस्टिक वायलेंस हॉटलाइन गैसलाइटिंग को भावनात्मक शोषण का बेहद खतरनाक रूप मानता है, जो व्यक्ति की आत्मविश्वास और वास्तविकता को समझने की क्षमता को तोड़ देता है।
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