मनु और शतरूपा की शादी विवाह के नियम के अनुसार हुआ था। इसे लेकर कुछ धर्मग्रंथ कहते हैं कि दोनों ने विवाह तो किया था, लेकिन नियम के मुताबिक नहीं। क्योंकि विवाह की परंपरा की शुरुात श्वेत ऋषि ने की थी। उन्होंने ही विवाह के सारे नियम नाए थे। फेरों के महत्व से लेकर सिंदूरदान, कन्यादान और मंगलसूत्र पहनाने के नियम बनाए थे।