
पिछले कुछ सालों में वर्क फ्रॉम होम हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है, लेकिन लगातार घर से काम करने से मोनोटोनी बढ़ने लगी है। इसी वजह से नया ट्रेंड वर्केशन सामने आया है। यानी काम भी और वेकेशन भी। लैपटॉप के साथ किसी खूबसूरत हिल स्टेशन पर बैठकर काम करना और ब्रेक के समय नेचर का आनंद लेना अब युवाओं का फेवरेट कॉम्बिनेशन है। आज के प्रोफेशनल्स मानते हैं कि प्रोडक्टिविटी सिर्फ डेस्क और चेयर से नहीं आती बल्कि ताजा हवा, शांत माहौल और सुंदर नजारे दिमाग को तरोताजा कर देते हैं। यही वजह है कि हिल स्टेशन्स अब वर्केशन हॉटस्पॉट बन गए हैं। आइए जानते हैं कौन से वो टॉप 5 हॉटस्पॉट हैं जहां लैपटॉप भी खुलेगा और नेचर का मजा भी मिलेगा।
युवा ट्रैवलर्स और डिजिटल नोमैड्स की पहली पसंद हिमाचल है। मनाली का मौसम और कसोल का हिप्पी वाइब वर्केशन के लिए बेस्ट है। बजट-फ्रेंडली होस्टल्स से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट्स तक यहां हर ऑप्शन मौजूद है। शाम को कैफे में लाइव म्यूजिक सुनना या पहाड़ों में ट्रेक करना इस एक्सपीरियंस को और खास बना देता है।
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नॉर्थ-ईस्ट की खूबसूरती काम के तनाव को पूरी तरह खत्म कर देती है। दार्जिलिंग की चाय की खुशबू और गंगटोक की शांति आपको इंस्टेंट रिफ्रेश कर देती है। यहां कई होमस्टे और होटल्स वर्केशन के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट और कम्फर्टेबल वर्कस्पेस भी ऑफर करते हैं।
साउथ इंडिया के ये हिल स्टेशन वर्क और रिलैक्सेशन दोनों के लिए फेमस हैं। कॉफी प्लांटेशन, झीलें और ग्रीन वैलीज यहां काम को बोझ नहीं बल्कि एक आनंद बना देती हैं। यहां वर्केशन करने वालों के लिए को-वर्किंग कैफे और बुटीक होमस्टे खूब पॉपुलर हैं।
राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू अब वर्केशन का नया हॉटस्पॉट बन रहा है। यहां की झीलें, हरियाली और लोकल मार्केट्स आपको एक बैलेंस्ड लाइफस्टाइल का अनुभव कराते हैं। नॉर्थ इंडिया के लोगों के लिए यह नजदीकी और बजट-फ्रेंडली ऑप्शन है।
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अगर आपको काम के साथ स्पिरिचुअलिटी और शांति चाहिए तो ऋषिकेश से बेहतर जगह नहीं है। गंगा किनारे बैठकर क्लाइंट मीटिंग करना और ब्रेक में आरती का हिस्सा बनना वाकई अनोखा अनुभव है। वहीं मसूरी की वादियां और कैफे कल्चर वर्क और चिल का बैलेंस परफेक्ट बना देते हैं।
वर्केशन सिर्फ प्रोडक्टिविटी नहीं बढ़ाता बल्कि दिमाग और दिल दोनों को पॉजिटिव एनर्जी से भर देता है। काम और नेचर का मेल आपको क्रिएटिव भी बनाता है और स्ट्रेस भी कम करता है। साथ ही वीकेंड पर ट्रेकिंग, राफ्टिंग, कैफे हॉपिंग या लोकल कल्चर का अनुभव आपके सफर को यादगार बना देता है।