सिटी ऑफ जॉय से कैसे कोलकाता बना ब्लैक सिटी, जानें क्या है काला इतिहास?

Published : Aug 18, 2025, 01:47 PM IST
Secret history behind Kolkata’s Black City name

सार

Black City of Kolkata Origin and Meaning: क्यों ‘सिटी ऑफ जॉय’ कहलाने वाला कोलकाता बना ‘ब्लैक सिटी’? जानें अंग्रेजों के जमाने का वो काला इतिहास जिसने शहर की पहचान बदल के रख दी थी। चलिए इस लेख में उस काले इतिहास के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Why is Kolkata Called the Black City: कोलकाता को पूरी दुनिया “City of Joy” यानी खुशियों का शहर कहती है। यहां की संस्कृति, साहित्य, कला और मिठाइयों (खासतौर पर रसगुल्ले और मिष्टी दोई) ने इसे खास पहचान दी है। हर समय खुशी का माहोल, त्यौहार, लोगों के बीच प्रेम और व्यवहार के कारण इसे सिटी ऑफ जॉय कहा जाने लगा, यानी खुशियों का शहर। लेकिन इसी कोलकाता को कभी “Black City” भी कहा गया था। सुनकर हैरानी होती है कि आखिर खुशियों से भरे इस शहर को काले नाम से क्यों पुकारा गया? इसके पीछे जुड़ा है इतिहास, साजिश और औपनिवेशिक काल का काला सच। चलिए इसे विस्तार से जानते हैं...

कोलकाता को “ब्लैक सिटी” कहे जाने के पीछे क्या है रहस्य? (Reason Kolkata Was Known As Black City in History)

ब्लैक होल ऑफ कलकत्ता (1756) की घटना

यह घटना कोलकाता के इतिहास का सबसे काला अध्याय है। बंगाल के नवाब सिराज-उद-दौला ने अंग्रेजों से किला विलियम (Fort William) पर कब्जा किया। अंग्रेज कैदियों को छोटे से कमरे में बंद कर दिया गया, जिसे “Black Hole of Calcutta” कहा गया। गर्मी और घुटन से लगभग 146 में से 123 कैदी मारे गए। इस घटना ने पूरी दुनिया में कोलकाता की छवि “ब्लैक सिटी” के रूप में बनाई।

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औपनिवेशिक दमन और शोषण

ब्रिटिश हुकूमत के दौरान कोलकाता भारत की राजधानी रहा (1772-1911)। यहां से पूरे भारत में अंग्रेजों ने अपने औपनिवेशिक अत्याचार फैलाकर देश पर राज किया। टैक्स वसूली, किसानों का शोषण और अकाल (विशेषकर 1943 का बंगाल का अकाल) ने लाखों लोगों की जान ली। इस आर्थिक और सामाजिक अंधकार की वजह से भी इसे “ब्लैक सिटी” कहा गया।

काला बाजार और अपराध

आजादी से पहले और बाद में भी कोलकाता कई बार अपराध, राजनीतिक हत्याओं और काले धंधे का गढ़ बन गया। 1943 के अकाल में चावल और खाने-पीने की चीजों का जमकर काला बाजार हुआ। यह समय कोलकाता की पहचान को और भी काले इतिहास से जोड़ दिया और ब्लैक सिटी का नाम मिल गया।

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औद्योगिक प्रदूषण और गरीबी

ब्रिटिश काल में तेजी से फैक्ट्रियां और जूट मिलें बनीं। इससे एक ओर लोगों को रोजगार मिला तो दूसरी ओर जबरदस्त प्रदूषण और स्लम्स एरिया बढ़े। गंदगी, गरीबी और बीमारी की वजह से शहर की छवि धूमिल होती गई, जिसके कारण भी इसे काला शहर कहा गया।

आज का कोलकाता सच में “City of Joy” है, जहां दुर्गा पूजा का उत्सव, साहित्य, संगीत और स्वाद सबको आकर्षित करते हैं। लेकिन इसके अतीत का “Black City” वाला टैग यह याद दिलाता है कि यह शहर औपनिवेशिक शोषण और ऐतिहासिक त्रासदियों का गवाह भी रह चुका है।

 

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