
Australia Biosecurity Rules: अगर आप विदेश दौरे पर जा रहे हैं, तो उस देश के नियम जरूर पता होना चाहिए, नहीं तो आप भी नव्या नायर की तरह मुसीबत में पड़ जाएंगे। फेमस मलयालम अभिनेत्री नव्य नायर को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में जैस्मिन का गजरा साथ ले जाने पर जुर्माना देना पड़ा। मेलबर्न एयरपोर्ट पर उन्हें ₹1.14 लाख (AUD 1,980) का जुर्माना ठोक दिया गया क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की बायोसेक्योरिटी नीतियां फूलों को बैन करती है। हालांकि एक्ट्रेस को यह नियम नहीं पता था, लेकिन 'Ignorance is no excuse' की नीति के कारण उन्हें दंडित होना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया की बायोसेक्योरिटी कानून बेहद सख्त हैं। देश का इकोसिस्टम और कृषि संरचना विदेशी कीट, रोगों और इनवेसिव प्रजातियों से अत्यधिक संवेदनशील है। इसी वजह से फ्रेश या ड्राई फूल, बीज, मीट, मिट्टी, फल और मसाले जैसे कई नेचुरल चीजें बैन हैं।
यदि यात्रा के दौरान ये सामान आपके पास है, तो आपको डिक्लेयर करना अनिवार्य है। कुछ मामलों में विशेष पर्मिट और फाइटोसैनेटरी सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता होती है, जिन्हें BICON (Biosecurity Import Conditions) पोर्टल पर जांचना होता है। यदि इन चीजों में किट या रोग पाया जाता है, तो ये जब्त या नष्ट कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही हैवी जुर्माना भी लग सकता है। यह एक अपराध का जुर्माना AUD 2,664 तक हो सकता है।
यूएस और यूरोपीय देशों में सूखे फूल, बीज और मिट्टी की सीमित मात्रा में एंट्री होती है, लेकिन अक्सर पहचान, फाइटोसैनेटरी सर्टिफिकेट और कस्टम डिक्लेरेशन आवश्यक होते हैं।
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यहां भी बायोसेक्योरिटी कानून ऑस्ट्रेलिया की तरह सख्त हैं। हर्बियन सिंह जैसे सेलिब्रिटीज को कचरे से बने सपोर्ट आइटम्स की वजह से जुर्माना हुआ था। यह दिखाता है कि मामूली उपकरणों पर भी सख्त नियम लागू हैं। इसलिए यात्रा से पहले डेस्टिनेशन देश के इम्पोर्ट/बायोसेक्योरिटी नियमों को ध्यान से पढ़ना और समझना बेहद महत्वपूर्ण है।
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