
Dangerous Rivers: अगर हम मानव इतिहास को खंगालें तो नदियाँ मानव सभ्यता का हिस्सा रही हैं. पानी के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है. इसीलिए हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि 'जल ही जीवन है'. धरती पर लाखों छोटी-बड़ी नदियां बहती हैं. भारत समेत कई देशों में नदियों की पूजा भी की जाती है, क्योंकि ये जीवनदायिनी हैं. लेकिन, अगर पूरी दुनिया की बात करें तो कुछ नदियाँ ऐसी भी हैं, जो इंसानों के लिए यमराज के दर्शन के समान हैं. आज हम आपको दुनिया की ऐसी पाँच नदियों के बारे में बताएँगे, जहाँ जाने की कहानी कोई नहीं बता सकता.
दक्षिण अमेरिका से माउंट अमेज़न नदी दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लंबी नदी है, जिसकी लंबाई 6200 किलोमीटर से लेकर 7,000 किलोमीटर तक है. अमेज़न नदी की घाटी दक्षिण अमेरिका के आठ देशों में स्थित है. नदी की आबादी 300 करोड़ है. यह नदी ब्राजील, बोलीविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलंबिया, वेनेजुएला, गुयाना, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना से होकर बहती है। घने जंगल तट वाली इस नदी में कई तरह के खतरनाक जीव पाए जाते हैं। इस नदी पर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। नदी के आसपास के जंगल को धरती का दरवाजा भी कहा जाता है।
रेड नदी देखने में बेहद खूबसूरत लगती है। अमेरिका के दक्षिणी इलाकों में बहने वाली यह नदी रातों-रात खतरनाक हो जाती है। यह बदलाव स्थानीय लोगों के लिए परेशानी और अस्थिरता का कारण बनता है। इसके अलावा नदी में खतरनाक भंवर भी है। इसकी चपेट में आने वाला व्यक्ति या जानवर कभी नहीं बचता। नदी का सहज स्वभाव खतरनाक माना जाता है।
'शेनी टिम्पिस्का' नदी की सहायक नदी का पानी चाय या वोडाफोन से भी ज्यादा गर्म होता है। इस नदी का पानी दो डिग्री सेल्सियस पर होता है। इसके पीछे की वजह आखिर तक पता नहीं चल पाई। पेरू से सटे वन्यजीव जंगल में इस नदी का नाम बॉयलिंग रिवर रखा गया है। इसके अलावा इसे नेचुरल थर्मल रिवर, बॉयलिंग रिवर और मयंतुयाकू नाम भी दिए गए हैं।
चीन की येलो नदी दुनिया की खतरनाक नदियों में शामिल है। पूर्व में यह नदी 24 बार अपना तटीय क्षेत्र बदलती है। जो चीन में हर साल बाढ़ से होने वाली तबाही का कारण है। चीन के लोग इसे दुख की नदी भी कहते हैं। क्योंकि, रौद्र रूप धारण करने के बाद येलो नदी अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को आगे धकेल देती है। इसकी वजह से चीन में हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवा देते हैं।
खून की तरह लाल रंग की यह नदी स्पेन में बहती है। रियो टिंटो का रंग दुनिया में बहने वाली दूसरी नदियों से बिल्कुल अलग है। सोना-सीमेंट और खदानों से खरीदा गया इस नदी का पानी भी कहीं इस्तेमाल नहीं किया जाता। लावा नदी की तरह ही इसके ताजे पानी को बर्दाश्त करने वाले जलीय जीव कम ही हैं। यह नदी स्पेन की सिएरा मोरेना पर्वत श्रृंखला से निकलकर डेस्ट और अटलांटिक महासागर में गिरती है।