
Vaishno Devi Travel saftey tips: खराब मौसम के दौरान वैष्णो देवी मंदिर में अर्धकुंवारी के पास भूस्खलन की खबर सामने आई है, जिसके कारण बड़ा हादसा हो गया है। लैंडस्लाइड की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं 14 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हर साल बड़ी मात्रा में लोग वैष्णो देवी दर्शन करने जाते हैं। कई श्रद्धालू मंदिर के आसपास के खतरे से अंजान रहते हैं। अगर आप भी वैष्णो देवी दर्शन करने जाएं, तो इन चार खतरों के बारे में जानकारी जरूर रखें और खुद को बचाएं।
वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए कटरा होकर श्रद्धालुओं को आगे की यात्रा करनी पड़ती है। आपको बताते चलें कि कटरा में आतंकी श्रद्धालुओं को कई बार निशाना बना चुके हैं। हालांकि अब 24x7 निगरानी के लिए एआई फीचर्स वाले कैमरे और पुलिस, सीआरपीएफ, अन्य सुरक्षा बल मौजूद रहते हैं। आप जब भी वैष्णो देवी मंदिर जाएं, हमेशा सतर्क रहें। अगर आपको आसपास कोई भी आपत्तिजनक वस्तु या किसी व्यक्ति की गतिविधि दिखे, तो तुरंत मौजूद सुरक्षा बल को जानकारी दें।
वैष्णो देवी जाने का मन बना रहे हैं, तो कभी भी बारिश या फिर खराब मौसम में जाने का प्लान ना बनाएं। यहां पर लैंडस्लाइड का खतरा रहता है, जिससे कि व्यक्ति की जान भी जा सकती है। वैष्णो देवी यात्रा के लिए मार्च से जून या अक्टूबर से फरवरी का समय सही माना जाता है।
जम्मू-कश्मीर में प्री-पेड के बजाय पोस्टपेड सिम बेहतर तरीके से काम करते हैं। कई बार तो प्री-पेड सिम का नेटवर्क काम ही नहीं करता, ऐसे में बिना नेटवर्क के आप अपनों से बिछड़ भी सकते हैं। कोशिश करें कि यात्रा करने से पहले एक पोस्टपेड सिम खरीद लें ताकि नेटवर्क मिलता रहे। आपको बताते चले कि कई बार जम्मू कश्मीर में खराब मौसम या असामान्य गतिविधियों के कारण नेटवर्क बंद हो जाता है।
वैष्णो देवी मंदिर में साल 2012 में भगदड़ मची थी जिसके कारण 12 लोगों की मौत हो गई थी। यात्रा के दौरान अगर भीड़ ज्यादा दिखे तो इंतजार कर लें। भीड़ में घुसकर जल्दी आगे जाने के प्रयास से बचें।