
फ्लाइट से सफर करते समय हम कई बार अपनी पसंदीदा चीजें और खाने-पीने का सामान साथ ले जाना चाहते हैं। लेकिन एयरपोर्ट सिक्योरिटी और कस्टम रूल्स के चलते कुछ चीजें कैरी ऑन या चैक इन लगेज में ले जाना मना होता है। आइए जानें नारियल फल क्यों बैन होता है और कौन-कौनसी चीजें फ्लाइट में नहीं ले जानी चाहिए।
फ्लाइट में हरा नारियल यानी पानी वाला नारियल ले जाना मना है। इसका सबसे बड़ा कारण है लिक्विड रूल। हरे नारियल में नारियल पानी होता है और इंटरनेशनल फ्लाइट या डोमेस्टिक फ्लाइट की सिक्योरिटी में 100ml से ज्यादा लिक्विड कैरी ऑन में अलाउ नहीं होता।
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केला भी इंटरनेशनल फ्लाइट में कैरी करना बैन होता है। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देशों में केला क्वारंटाइन रूल्स के तहत अलाउ नहीं है क्योंकि इससे agriculture contamination का खतरा होता है। हालांकि डोमेस्टिक फ्लाइट में लिमिटेड क्लालिटी में अलाउ किया जाता है।
पके हुए आम को भी कई देश अलाउ नहीं करते। खासकर अगर आप यूएस, ऑस्ट्रेलिया या यूरोप जा रहे हैं तो मैंगो क्वारंटाइन पॉलिसी में बैन आइटम है। वहां पर इसका इंपोर्ट बिना क्लीयरेंस के अलाउड नहीं।
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कई लोग ट्रैवल के दौरान कटे फल कैरी ऑन में रखते हैं। इंटरनेशनल फ्लाइट्स में ये बैन हो सकते हैं क्योंकि इनसे bacterial contamination का खतरा होता है। एयरपोर्ट पर इन्हें डिस्कार्ट कर दिया जाता है।
फ्लाइट में 100ml से ज्यादा लिक्विड नहीं ले जा सकते। दाल, सब्जी की ग्रेवी, अचार का ऑयल या चटनी भी इस लिस्ट में आते हैं। चेक-इन लगेज में टाइट सील्ड पैकिंग के बिना ये आइटम अलाउड नहीं होते।