मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू हो गया है। इसके लिए अब तक 70 देशों से आने वाले 3800 मेहमानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
इंदौर( Madhya Pradesh). मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू हो गया है। इसके लिए अब तक 70 देशों से आने वाले 3800 मेहमानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। ये सभी सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसमें से ज्यादातर लोग इंदौर में 8 जनवरी से 10 जनवरी तक होने वाले इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इंदौर पहुंच चुके हैं।
गौरतलब है कि इंदौर में विदेशी मेहमानों को अपने घर में ठहराने के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण की योजना के तहत कई शहरवासियों ने रजिस्ट्रेशन करवाए थे। इसके कारण बड़ी संख्या में विदेश से आये मेहमान शहरवासियों के घरो में ठहरे हैं। इंदौर वासियों के लिए इन विदेशी अतिथियों का सत्कार करना काफी सुखद अनुभूति करा रही है।
मॉरीशस से आए दंपत्ति ने सूर्य को दिया अर्घ्य
मॉरीशस से आये दंपति इंदौर के बंगाली चौराहे पर रहने वाली रचना गुप्ता के घर पर ठहरे हैं। इंदौर का आतिथ्य भाव देखकर विदेशी मेहमान अभिभूत हो रहे हैं. वहीं मेजबान भी बेहद खुश हैं। रचना गुप्ता का कहना है कि उन्हें यह अहसास ही नहीं हो रहा कि कोई दूसरे देश से आकर उनके घर में मेहमान ठहरे हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि कोई परिवार के सदस्य ही घर में ठहरे हैं। मॉरीशस से आए इस दंपति ने सुबह होते ही योग किया। आम भारतीयों की तरह ही पूजा अर्चना कर सूरज को अर्घ्य दिया।
पधारो म्हारो देश की सजीव उदाहरण पेश कर रहा इंदौर
विदेशी मेहमानों के मुताबिक वे विमानतल से लेकर ठहरने के स्थान तक मिले स्नेह से बेहद प्रसन्न हैं। मॉरीशस से आये गुरुमित्र कहते हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें इतना सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा भारत मे पधारो म्हारो देश सुना था आज सजीव उदाहरण देख रहा। मोदी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनेता नहीं बल्कि सन्यासी और सद्गुरु हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा है कि परंपराओं को जिंदा रखा जा रहा है।