मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में 6 साल का तन्मय खेलते-खेलते करीब 400 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गया है। मासूम कल से 35 फीट की गहराई पर फंसा है। उसे बचाने के लिए भोपाल और होशंगाबाद से SDRF की टीमें रेस्क्यू चला रहीं हैं। वहीं सीएम शिवराज हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
बैतूल. मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक 6 साल के बच्चे के बोरवेल में गिरने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। तो वहीं मासूम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चे को बचाने के लिए कल से ही पुलिस-प्रशासन का रेस्क्यू अभियान जारी है। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। सीएम शिवराज सिंह चौहान भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं, वह लगातार अपडेट ले रहे हैं। प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि बच्चा रिस्पॉन्ड नहीं कर रहा है। बच्चे के हाथ उपर हैं। इस वजह से उसे खाने-पीने का कुछ नहीं भेज सकते। बताया जा रहा है कि बोरवेल के आसपास से बच्चे के ऊपर पानी भी टपक रहा है।
मासूम खेलते-खेलते 400 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा
दरअसल, यह घटना बैतूल जिले के मंडावी गांव की है। जहां कल शाम मंगलवार को 6 साल का तन्मय दियावर नाम का बच्चा अपने घर के बाहर मैदान में खेल रहा था। इसी दौरान वो खेलते-खेलते करीब 400 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा। किसी तरह गांव के लोगों और परिजनों ने तन्मय को रात में रस्सी से खींचा गया, लेकिन वो वापस गिर गया। बताया जा रहा है कि अब वो 35 फीट की गहराई पर फंसा है।
भोपाल और होशंगाबाद से SDRF की टीमें चला रहीं रेस्क्यू
मासूम को बचाने के लिए भोपाल और होशंगाबाद से SDRF की टीमें पहुंच चुकी हैं। साथ ही क्षेत्र की खुदाई के लिए अर्थमूविंग मशीनें लगाई गईं हैं। हैं। बोरवेल से 30 फीट दूर समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है। 6 पोकलेन, 3 बुलडोजर और ट्रैक्टर मिट्टी-मुरम को हटाने में लगे हैं। सुंरग भी बनाई जा रही है।
कलेक्टर, डीआईजी, एसपी, कमिश्नर सब मौके पर
मौके पर कलेक्टर, डीआईजी, एसपी, कमिश्नर श्रीमन शुक्ला सहित तमाम अधिकारी मौजूद हैं। कलेक्टर अमनबीर बैंस ने बताया कि जैसे ही प्रशासन को बच्चे के गिरने की खबर लगी तो पूरी टीम पहुंच गई। कल रात 12 बजे से बोरवेल के साइड में एक नए गड्ढे को खोदने का काम शुरू करते हुए बच्चे को निकालने की कोशिश की जा रही है। कल रात को बच्चे के हाथ में रस्सी बांधकर उसे ऊपर खींचने की कोशिश की गई, वो करीब 12 फीट ऊपर भी आ गया था। लेकिन इसी बीच रस्सी खुल गई और वो वहीं अटक गया।
बच्चा बोला-यहां बहुत अंधेरा है...मुझे डर लग रहा है-जल्दी बाहर निकालो
रेस्क्यू टीम का कहना है कि तन्मय के शरीर में आज सुबह से कोई भी हरकत नहीं दिख रही है। हालांकि प्रशासन की टीम उसे बचाने की कोशिश में जुटा हुआ है। बोरवेल में ऑक्सीजन दिया जा रहा है। बच्चे के हाथ ऊपर हैं इसलिए उसे खाने-पीने का कुछ नहीं भेज सकते। उसने आखिरी बार कल यानी मंगलवार शाम 5 बजे करीब बात की थी। इस दौरान उसने कहा था- यहां बहुत अंधेरा है। मुझे डर लग रहा है। जल्दी बाहर निकालो।
रातभर से ठंड में मौके पर ही बैठा परिवार
बता दें कि बच्चे के सुरक्षित निकलने की आश में पूरा परिवार रात भर से ठंड में मौके पर ही बैठा है। इतना ही नहीं परिवार सहित पूरा गांव तन्मय की सलामती के लिए दुआ कर रहा है। सभी अपने लेवल से मदद कर रहे हैं। बोरवेल के ठीक ऊपर ही लाइट लगाई गई है। ताकि अंदर तक रोशनी जा सके। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर तन्यम गिरा है वहां पर पत्थर अधिक हैं। जिसके चलते गड्ढा खोदने में परेशानी हो रही है।