एक तो लॉकडाउन में नौकरी गई, ऊपर से गांववालों ने गले में चक्की का पत्थर लटकाकर परेड करा दी

भोपाल, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन में हजारों लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। यह मामला भी इसी से जुड़ा है। थाने के बाहर अपनी शिकायत लेकर खड़े इस शख्स का आरोप है कि एक तो उसकी नौकरी गई, ऊपर से किसी ने ऐसा मजाक कर दिया कि उसे गांववालों की प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। गांव में चिट्ठी के जरिये एक अफवाह फैली कि अगर इस शख्स का नौकरी से हटाया, तो अंजाम बुरा होगा। इसे गांववालों ने इसी शख्स की शरारत समझा और सजा के तौर पर गले में 40 किलो का पत्थर लटकाकर घुमाया।

Asianet News Hindi | Published : May 22, 2020 5:53 AM IST / Updated: May 22 2020, 01:06 PM IST

भोपाल, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन के चलते हजारों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। खासकर, मामूली नौकरी करने वाले या मजदूर लोग खासे परेशान हैं। ऐसे में लोगों में आक्रोश आना लाजिमी है। यह मामला भी इसी से जुड़ा है। थाने के बाहर अपनी शिकायत लेकर खड़े इस शख्स का आरोप है कि एक तो उसकी नौकरी गई, ऊपर से किसी ने ऐसा मजाक कर दिया कि उल्टे उसे ही गांववालों की प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। गांव में चिट्ठी के जरिये एक अफवाह फैली कि अगर इस शख्स का नौकरी से हटाया, तो अंजाम बुरा होगा। इसे गांववालों ने इसी शख्स की शरारत समझा और सजा के तौर पर गले में 40 किलो का पत्थर लटकाकर घुमाया।


गांववालों ने की बेइज्जती..
मामला बैतूल जिले की भैंसदेही तहसील के ढोलना गांव का है। पुलिस थाने पहुंचे नंदू चिल्हाते ने बताया कि पंचायत में अस्थाई पंप ऑपरेटर था। लेकिन पिछले दिनों पंचायत ने उसे नौकरी से हटा दिया। नौकरी से निकालने जाने पर वो दु:खी था। इसी बीच गांववालों को एक चिट्टी मिली। इसमें कहा गया कि अगर किसी ने दूसरे पंप ऑपरेटर के लिए इसकी नौकरी छीनी, तो अंजाम ठीक नहीं होगा। इस अफवाह के बाद गांववाले उससे नाराज हो गए। सबने उसे बुलाया और प्रताड़ित किया। उसके गले में 40 किलो का पत्थर(चक्की) लटकाकर गांव में घुमाया।

डरकर पुलिस के पास पहुंचा
पीड़ित ने बताया कि वो गांववालों से जान छुड़ाकर पुलिस से मदद मांगने आया है। भैंसदेही के एसडीओपी शिवचरण बोहित ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। (आगे पढ़िये..जब गांववालों का गुस्सा अफसरों पर फूटा)

जब गुस्से में बदली पेट की आग, अफसरों को पेड़ से बांध दिया
यह मामला मध्यय प्रदेश के मंडला जिले का है। यहां मजदूरी न मिलने से आक्रोशित हुए गांववालों ने इंजीनियर, सरपंच, सहायक सचिव और सुपरवाइजर को पकड़कर पेड़ से बांध दिया। गांववालों का कहना था कि इन्हें महसूस करना चाहिए कि वे कितने परेशान हैं। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने गांववालों को समझाया। तब कहीं, सबको छुड़ाया जा सका।

मामला मंडला जिले की निवास जनपद के ग्राम पंचायत भीखमपुर का है। यहां मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को पैसा नहीं मिला था। इससे वे नाराज थे। गांववालों ने खुद इसका वीडियो बनाकर वायरल किया, ताकि प्रशासन तक उनकी बात पहुंचे। 

 

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