मप्र का धनकुबेर क्लर्कः लोगों को दिखाने बाइक से ऑफिस जाता था, अब घर के हर कोने में मिला नोटों का बंडल

भोपाल में मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के क्लर्क हीरो केसवानी के घर EOW की छापेमारी में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। आरोपी इनता शातिर था कि किसी को उसकी शानो शौकत के बारे में शक ना हो इसलिए वह दफ्तर तक अपनी टू-व्हीलर से जाता था।

Asianet News Hindi | Published : Aug 4, 2022 8:44 AM IST / Updated: Aug 04 2022, 03:06 PM IST

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में EOW (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ)  ने मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के क्लर्क हीरो केसवानी के घर पर बुधवार को छापा मारा। इस दौरान छापे में बेनकाब हुए क्लर्क की आय से 200 गुना करोड़ों की संपत्ति उजागर हुई। आलम यह था की जांच एजेंसी को घर के हर कोने से नोटो के बंडल मिले। अब तक 85 लाख कैश, 12 से ज्यादा प्रॉपर्टी और कई लग्जरी कारों की जानकारी मिली है। इस मामले में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। इतना सब होने के बाद भी वह दफ्तर तक अपनी टू-व्हीलर से जाता था।

घर में महंगी-महंगी गाड़ियां फिर भी टू-व्हीलर से दफ्तर जाता
आरोपी क्लर्क इतना शातिर था कि वह नहीं चाहता था कि उसकी काली कमाई के बारे में दफ्तर के किसी भी कर्मचारी को पता चले। उसकी शानो शौकत के बारे में शक ना हो इसलिए हीरो केसवानी बैरागढ़ स्थित अपने घर से मंत्रालय में मौजूद दफ्तर तक अपनी टू-व्हीलर से आता था। जबकि उसके घर में महंगी-महंगी गाड़ियां रखी हुई हैं। 

आलीशान घर को देखकर दंग रह गई जांच एजेंसी
बता दें कि हीरो केसवानी का बैरागढ़ में तीन मंजिला आलीशान बंगला बना हुआ है, जिसमें वह अपने परिवार के साथ रहता है। इस घर की कीमत करीब डेढ़ करोड़ आकी जा रही है। जब छापा मारने के लिए टीम उसके घर पहुंची तो उसके आलीशान घर के इंटीरियर और सजावट के काम को देखकर दंग रह गई। घर के हर कमरें में पेनलिंग और वुडवर्क कराया गया है। छत पर आलीशान पेन्ट हाउस बनाया गया है। घर इतना ऑलीशान है कि बड़े-बडे़ अफसर और मंत्री विधायक के पास भी ऐसा बंगला नहीं।

4000 की नौकरी से बन गया करोड़पति 
हीरो केसवानी ने प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में बतौर क्लर्क 4 हजार रुपए की शुरुआती सैलरी से शुरुआत की थी। हालांकि वर्तमान के समय में उसको 50 हजार रुपए सैलरी मिल रही थी। काली कमाई से उसने करोड़ों की संपत्ति बना ली है। उसने अपनी अधिकतर प्रॉपर्टी पत्नी के नाम करा रखी थी। वहीं ईओडब्ल्यू अधिकारियों को तलाशी लेने घर आया देख हीरो केसवानी बीमार पड़ गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। स्वास्थ्य खराब होने के कारण अधिकारी हीरो केसवानी से पूछताछ नहीं कर पाए। 

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