लक्ष्मण सिंह ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह स्वास्थ्य आग्रह में आए थे। उन्होंने कहा कि जनता के लिए जागरूकता के लिए यह स्वास्थ्य आग्रह सीएम कर रहे हैं। इसमें पक्ष विपक्ष जैसी कोई बात नहीं है। सभी दलों के जनप्रतिनिधियों को जागरूकता के लिए काम करना चाहिए
भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। रोज रिकॉर्ड तोड़ आंकड़े सामने आ रहे हैं। राज्य की जनता को कोरोना के प्रति जागरुक करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 12 बजे से 24 घंटे के 'स्वास्थ्य आग्रह' पर बैठे हैं। इसी बीच उस वक्त चौंकाने वाली स्थिति पैदा हो गई जब सीएम का साथ देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह पहुंच गए।
अपनी पार्टी के नेताओं की दी सलाह
लक्ष्मण सिंह ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह स्वास्थ्य आग्रह में आए थे। लेकिन वह अपने विधानसभा क्षेत्र में वैक्सिनेशन की कमी का मुद्दा लेकर मुख्यमंत्री जी के पास आए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि जनता के लिए जागरूकता के लिए यह स्वास्थ्य आग्रह सीएम कर रहे हैं। इसमें पक्ष विपक्ष जैसी कोई बात नहीं है। सभी दलों के जनप्रतिनिधियों को जागरूकता के लिए काम करना चाहिए और इसमें हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता बढ़ाने में कोई बुराई नहीं है।
कमलनाथ ने स्वास्थ्य आग्रह को दिया है नौटंकी करार
बता दें कि विधायक लक्ष्मण सिंह की पार्टी कांग्रेस के कई नेताओं ने स्वास्थ्य आग्रह को लेकर कई तरह के सवाल उठाए हैं। इसके बाद भी उनका इसमें शामिल होना हैरानी की बात है। सुबह पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वास्थ्य आग्रह को नौटंकी करार दिया था। साथ सीएम पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी यह सब नौंटकी कर रहे हैं। कभी नोंटकी करने से कोरोना भागा है या भगेगा। यह महामारी कैसे भागेगी और लोगों को कैसे इंसाफ मिलेगा, कैसे लोगों का इलाज होगा, दहाल स्वास्थ्य सेवाएं कैसे सुधरेगी, संक्रमण कैसे कम होगा, यह शिवराज जी अच्छी से बता सकते हैं और कर भी सकते हैं। लेकिन इसकी जगह वह सिर्फ नोंटकी कर रहे हैं।
ऐसा है मुख्यमंत्री का 24 घंटे का पूरा शेड्यूल
सीएम ने 24 घंटे के लिए पूरा अपना शेड्यूल बना लिया है वह किस-किससे मिलेंगे और बात करेंगे। दोपहर 2 बजे से व्यापारी संघों, स्वय सेवी संगठनों, कोरोना वालेंटियर्स और नर्सिंग स्टाफ के अलावा ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। इसके बाद 13-13 जिलों के प्रमुख व्यक्तियों से बात करेंगे। इसके लिए 4 स्लॉट बनाए गए हैं। यह कार्यक्रम शाम 6 बजे तक चलेगा। दूसरे दिन 7 अप्रैल को मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे प्रदेश के धर्मगुरुओं से बात करेंगे।