मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए हैं।
भोपाल, (भाषा). मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए हैं।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने फोन पर ‘पीटीआई- भाषा’ को बताया, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य भाजपा नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने हमें बताया कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।’’
पटवारी ने कहा कि हम उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनमें से चार विधायक वापस भी आ गए हैं, लेकिन आदिवासी विधायक बिसाहूलाल सिंह को जबरन उठा लिया गया है।
पटवारी के इस बयान से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा पर कांग्रेस के विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) के आरोप लगाते हुए दावा किया था कि भाजपा के एक पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह बसपा की विधायक रामबाई को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले गए हैं।
भाजपा ने दिग्विजय के इस दावे को खारिज करते कहा कि राज्यसभा के 26 मार्च को होने वाले चुनाव में अपना नामांकन सुनिश्चित करने के लिये वह इस तरह के बयान दे रहे हैं। मीडिया में आई खबरों के अनुसार दिग्विजय सिंह और उनके मंत्री पुत्र जयवर्धन सिंह भी विधायकों से मिलने हरियाणा के होटल पहुंचे।
इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘हालात नियंत्रण में हैं। ऐसा कुछ नहीं है। विधायक वापस आ जायेंगे।’’
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हरियाणा ले जाए गए आठ विधायकों में से चार कांग्रेस, एक निर्दलीय और बाकी बसपा और सपा के विधायक हैं। इससे पहले सोमवार को दिग्विजय ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस के विधायकों को बड़ी धनराशि की पेशकश की गई है।
इस पर पलटवार करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर सनसनी फैलाने के लिए झूठा बयान देने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोग दिग्विजय को अब गंभीरता से नहीं लेते हैं।