मरने के बाद भी जिंदा रहेंगी 62 साल की विमला

22 मई से हादसे के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं विमला अजमेरा।  24 जुलाई को डाक्टरों ने किया ब्रेनडेड घोषित, परिजनों ने उनका हार्ट, लिवर, दोनों किडनी व कॉर्निया डोनेट किए।

Asianet News Hindi | Published : Jul 25, 2019 7:23 AM IST

भोपाल: दूसरों को नई जिंदगी देने से बड़ा इस दुनिया में और कोई दूसरा परोपकार नहीं है। परोपकार भी ऐसा कि दुनिया से जाते-जाते सह्याद्रि परिसर निवासी 62 वर्षीय विमला अजमेरा 1 या 2 लोगों को नही, बल्कि 6 लोगों को नई जिंदगी दे गई।  विमला 22 मई से एक हादसे की वजह से अस्पताल में भर्ती थीं।  24 जुलाई, बुधवार सुबह डाक्टरों ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने उनका हार्ट, लिवर, दोनों किडनी और कॉर्निया डोनेट कर दिए हैं। गुरुवार सुबह सर्जरी के बाद विमला का हार्ट फ्लाइट से मुंबई भेजा दिया गया। फोर्टिस अस्पताल में हार्ट डिसीज से जूझ रहे 12 साल के मासूम को उनका हार्ट लगाया जाएगा। विमला का लिवर, किडनी और कॉर्निया भोपाल के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती, कुल पांच मरीजों को लगाए जाएंगे। ऑर्गन डोनेशन समिति के अनुसार, विमला के परिजनों ने खुद ही डोनेशन की इच्छा जताते हुए पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली थी।

 लिवर और किडनी हुए ट्रांसप्लांट 

रात में 11 बजे विमला की बॉडी सिद्धांता अस्पताल में शिफ्ट की गई। एपनिया टेस्ट होने के बाद मरीज का लिवर सिद्धांता के मरीज को,  किडनी बंसल व चिरायु अस्पताल के मरीजों के लिए ले जाया गया। कॉर्निया जीएमसी में भर्ती दो मरीजों को लगाए जाएंगे।  विमला के पति रमेशचंद ने बताया कि उनकी पत्नी हमेशा लोगों की मदद करती थी। उनकी कमी तो कभी पूरी नहीं होगी। लेकिन सुकून है कि उसके ऑर्गन से 6 लोगों को नई जिंदगी मिलेगी।

बता दें कि 22 मई को सुबह टीटी नगर स्थित जैन मंदिर में पूजा करने पैदल जा रही थीं, तभी एक बाइक सवार ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी थी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने तत्काल उन्हें कॅरियर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। दो महीने  चले  ईलाज के बाद, बुधवार की सुबह उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया गया।

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