बाढ़ से मचा हाहाकार; मप्र में पुल टूटे, खतरे के निशान से ऊपर बह रही चंबल; देखें Videos

मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। दोनों ही राज्यों में हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। दोनों ही राज्यों में कई जगह बाढ़ में पुल बह गए।

Asianet News Hindi | Published : Aug 4, 2021 2:48 AM IST / Updated: Aug 04 2021, 08:23 AM IST

भोपाल/जयपुर. मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। राजस्थान में बारिश के चलते हुए हादसों में 9 लोगों की मौत हो गई। बारिश के कारण जयपुर, बारां, सवाई माधोपुर और धौलपुर में सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है। जयपुर में बेशक बारिश कम हुई, लेकिन हालात 1981 जैसे बने हुए हैं। धौलपुर में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से चंबल खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही है। इससे 10 से अधिक गांव डूब गए। यही हाल मप्र के कई इलाकों का है। (पहली तस्वीर राजस्थान की है। दूसरी तस्वीर मप्र के रतनगढ़ में पुल बह जाने की है)

राजस्थान में आज भी रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने बुधवार को भी पूर्वी राजस्थान में कई जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है। अगर धौलपुर की बात करें, तो यहां चंबल नदी के रौद्र रूप ने खतरा पैदा कर दिया है। 25 साल में दूसरी बार चंबल का ऐसा विकराल रूप देखने को मिल रहा है। इससे पहले वर्ष 1996 में चंबल का पानी 145.54 मीटर तक पहुंच गया था। यहां बसेड़ी में पार्वती नदी पर बना पुल टूट गया।

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मध्य प्रदेश में कई पुल बहे
मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल अंचल में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। लगातार बारिश के चलते रेलवे ट्रैक डूब गए हैं। कई जगहों पर सड़क से संपर्क टूट गया है। सिंध नदी में बाढ़ आने से दतिया जिले के सेवढ़ा शहर सहित कई गांवों में बाढ़ आ गई है। इस बीच यहां के मणिखेड़ा बांध से पानी छोड़े जाने से जलस्तर बढ़ गया। इससे कई गांव डूब गए। सिंध नदी उफनने से दतिया जिले में स्थित प्रसिद्ध रतनगढ़ माता के मंदिर को जाने वाला पुल टूट गया। इसके अलावा इसी जिले में लांच-पिछोर का पुल भी ढह गया। दोनों पुल आधा घंटे के अंतराल पर टूट गए।

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यहां का हाल भी बुरा
पश्चिम बंगाल में बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिल रहा है। यहां एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर्स से रेस्क्यू किया जा रहा है। हुगली जिले के कई इलाके डूबे हुए हैं।

बिहार के पटना जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कुर्जी मोड़ के पास स्थित बिंद टोली का संपर्क टूट गया है। पालीगंज में भी लोआई नदी पर एक छोटा बांध टूट गया।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते अब तक 214 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने यहां बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है। यहां 218 सड़कें बंद हैं।

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