मध्य प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि सबसे पहले बाहर से आए सभी विधायकों का कोरोना वायरस टेस्ट होगा। इसके बाद ही कुछ होगा।
भोपाल. कोराना वायरस का कहर पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसका असर अब मध्य प्रदेश में सियासी घटनाक्रम में भी देखने को मिल रहा है। जहां राज्य के राज्यपाल लाल जी टंडन ने कमलनाथ सरकार को बहूमत साबित करने का आदेश दिया है। हालांकि, कोरोना के डर के चलते अभी तक इस बात का फैसला नहीं हो सका है कि सोमवार को सदन का सत्र होगा भी या नहीं। वहीं स्पीकर एनपी प्रजापति ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- कल क्या होगा पता नहीं। लेकिन किसी भी चीज से ज्यादा जरूरी है सेहत। सभी को इसकी चिंता है।
सभी विधिायकों का होगा कोरोना टेस्ट
बता दें कि रविवार को सुबह 11 बजे कांग्रेस के 82 विधायकों को जयपुर से भोपाल लाया गया। जहां सीएम कमलनाथ ने अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ मीटिंग की। इसके बाद मध्य प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि सबसे पहले बाहर से आए सभी विधायकों का कोरोना वायरस टेस्ट होगा। इसके अलावा हरियाणा और बेंगलुरु से जिन विधायकों को आना है उनका टेस्ट भी किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए कोरोना टेस्ट के संकेत
हालांकि कुछ दिन पहले राज्य सरकार के के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि सत्र को टाला भी जा सकता है। क्योंकि हमारे लिए यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। लेकिन विधायकों की सुरक्षा सबसे अहम है। यह सभी विधायक बाहर से आ रहे हैं। इसलिए हम चाहते है कि सभी का कोरोना टेस्ट किया जाए।
कमलनाथ के मंत्री का दावा-भाजपा के MLA देंगे समर्थन
मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि 'सभी विधायक हमारे साथ हैं, हमारे सिर्फ 6 विधायक कम हुए हैं, सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा पूरा है. कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे हो जाने के बाद भी अभी 121 से ज्यादा MLA हमें विश्वास प्रस्ताव पर मतदान में समर्थन करेंगे। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के 6 से 7 विधायक भी हमारी सरकार को समर्थन देंगे।
इस वजह से भी टाला जा सकता है फ्लोर टेस्ट
वहीं मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश सरकार के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि हमारे पास बहूमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या है। नंबर की चिंता हमको नहीं बीजेपी को करना चाहिए। फ्लोर टेस्ट कल होगा या नहीं इसका फैसला विधानसभा अध्यक्ष तय करेंगे, क्योंकि उनके पास इसका अधिकार है। अभी फिलहाल तो कोरोना चल रहा है।
राज्यपाल ने कमलनाथ को बहुमत साबित करने के दिए निर्देश
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर निर्देश जारी करते हुए कहा है कि आपकी सरकार अल्पमत में है। जिसके लिए कल यानी 16 मार्च को विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित किया जाए। लगभग आधी रात को राजभवन से यह पत्र राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ को भेजा गया। इस चिट्ठी में राज्यपाल ने एमपी के हाल के राजनीतिक घटनाक्रम का पूरा ब्यौरा दिया है और सीएम कमलनाथ को सदन में विश्वासमत हासिल करने को कहा है।