इंदौर के सरकारी लॉ कॉलेज में एजुकेशन की आड़ में नकारात्मक और कट्टर इस्लामिक पढ़ाई का मामला तूल पकड़ गया है। कॉलेज ने चार मुसलमानों समेत 6 शिक्षकों को अस्थायी रूप से ड्यूटी से हटा दिया है। इस बीच गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने FIR दर्ज करने के निर्देश इंदौर कमिश्नर को दिए हैं।
इंदौर. यहां के सरकारी लॉ कॉलेज में एजुकेशन की आड़ में नकारात्मक और कट्टर इस्लामिक पढ़ाई का मामला तूल पकड़ गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने सरकार और शिवसेना के बारे में ‘नकारात्मक सोच’ और कट्टरवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाने के बाद लॉ कॉलेज ने चार मुसलमानों समेत 6 शिक्षकों को अस्थायी रूप से ड्यूटी से हटा दिया है। इस बीच गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गृहमंत्री ने डॉ. फरहत खान द्वारा लिखी गई किताब की 24 घंटे में जांच कर FIR दर्ज करने के निर्देश इंदौर कमिश्नर को दिए हैं। पढ़िए पूरा मामला..
1.शुक्रवार शाम को इन विवादास्पद किताबों को लेकर छात्रों के एक गुट ने हंगामा कर दिया था। आरोप लगाया जा रहा है कि हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाने की साजिश की जा रही है।
2. किताबों में हिंदुओं को आतंकवादी लिखा गया है। विश्व हिंदू परिषद और RSS के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। किताबें लॉ कालेज की लाइब्रेरी में रखवाई गई थीं। छात्रों ने किताब की लेखिका डॉ. फरहत पर FIR दर्ज करने की मांग की थी। इसके बाद गृहमंत्री ने जांच के आदेश दिए।
3.लॉ कॉलेज के एक छात्र गुट ने भंवरकुआं थाने में इसकी शिकायत की है। वहीं, किताबों को सबूत के तौर पर सौंपा है। साथ ही लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल और टीचरों पर मामला दर्ज करने की मांग की गई है। पुलिस ने कहा कि आवेदन की जांच की जा रही है। जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
4. छात्रों ने यह मामला कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. इनामुर्रहमान के सामने उठाया था। गुरुवार को उन्होंने कहा था कि ये शिक्षक 4 दिनों तक कक्षाएं नहीं पढ़ाएंगे, जबकि आरएसएस से जुड़े छात्र संघ के आरोपों की न्यायिक जांच की जा रही है।
5. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र शाखा एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय (गवर्नमेंट न्यू लॉ कॉलेज) के परिसर में चार मुस्लिम और दो हिंदू शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया था।
6. कॉलेज में एबीवीपी इकाई के प्रमुख दीपेंद्र ठाकुर ने प्राचार्य डॉ इनामुर रहमान को शिकायत में आरोप लगाया कि कुछ शिक्षकों ने प्रथम वर्ष के छात्रों के बीच धार्मिक कट्टरवाद, सरकार और सेना के बारे में नकारात्मक विचारों को बढ़ावा दिया।
7. ABVP ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को प्रिंसिपल, मुस्लिम शिक्षक और छात्र कॉलेज में ही नमाज अदा करते हैं और इस दौरान कक्षाएं नहीं लगती हैं।
8. शिकायत में कहा गया है कि परिसर में लव जिहाद और मांसाहार को बढ़ावा दिया जा रहा था। लव जिहाद दक्षिणपंथी हिंदू समूहों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द है, इसमें कहा जाता है कि यह हिंदू लड़कियों को शादी के लिए लुभाने और उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने की साजिश है।
9. प्रिंसिपल रहमान ने कहा कि जैसा कि शिकायत में उल्लेख किया गया है, कॉलेज में ऐसा बिलकुल माहौल नहीं था। उन्होंने मीडिया से कहा, "चूंकि एबीवीपी की शिकायत गंभीर है, इसलिए मैंने फैसला किया है कि डिस्ट्रिक कोर्ट के एक रिटायर्ड जज द्वारा जांच की जानी चाहिए।"
10. प्रिंसिपल ने कहा कियह सुनिश्चित करने के लिए कि निष्पक्ष तरीके से जांच की जा सके, आरोपों का सामना करने वाले 6 शिक्षकों को पांच दिनों के लिए ड्यूटी से हटा दिया गया है। इनमें दो हिंदू शिक्षकों के बारे में उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने उन पर निरंकुश तरीके से व्यवहार करने और छात्रों के साथ ठीक से बात नहीं करने का आरोप लगाया है।
11. किताब का नाम-सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति है। इसकी लेखिका डॉ. फरहत खान हैं। इसे अमर लॉ पब्लिकेशन, एमजी रोड, इंदौर ने छापा है। किताब में हिंदू धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं।
12. कुछ छात्राओं ने मीडिया से कहा कि टीचर की शिकायत करने पर डर बना रहता है कि उन्हें परेशान किया जा सकता है। हिंदू टीचर्स को नौकरी से निकाला जा सकता है।
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