मध्यप्रदेश के छतरपुर (Chhatarpur) में 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरी डेढ़ साल की बच्ची दिव्यांशी का सफल रेस्क्यू कर लिया गया। बच्ची 9 घंटे से अधिक देर तक बोरवेल में 13 फीट की गहराई में फंसी रही।
भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरी डेढ़ साल की बच्ची दिव्यांशी का सफल रेस्क्यू कर लिया गया। उसे करीब साढ़े 9 घंटे बाद निकाला गया। वह बोरवेल में 13 फीट की गहराई में फंस गई थी और मम्मी-मम्मी कहकर रोये जा रही थी। पुलिस, एसडीईआरएफ और सेना के जवानों द्वारा चलाए गए अभियान के चलते बच्ची की जान बचाई जा सकी।
गुरुवार रात करीब 12:47 बजे बच्ची को बाहर निकाला जा सका। बच्ची की स्थिति ठीक है। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। बच्ची के बाहर आने की खुशी में मां के आंखों से आंसू छलक आए। मौके पर जुटी भीड़ ने जयकारा लगाकर अपनी खुशी व्यक्त की। दिव्यांशी को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे से शुरू हुआ था।
बता दें कि गुरुवार दोपहर को छतरपुर के दौनी नौगांव में दिव्यांशी कुशवाहा नाम की बच्ची खुले पड़े बोरवेल में गिर गई थी। वह मां रामसखी और अपनी दो बड़ी बहनों के साथ खेत पर गई थी। उसे बोरवेल में गिरता देख बड़ी बहन ने शोर मचाया था। मां बच्ची की चीख सुनकर दौड़ी। इसके बाद उसने गांव के लोगों को जानकारी दी।
बोरवेल से 10 फीट दूर खोदा गड्ढा
बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलने पर पुलिस आई और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। एसडीईआरएफ और सेना की भी मदद ली गई। बच्ची हरकत कर रही थी। पाइप के सहारे उस तक ऑक्सीजन पहुंचाया गया। रेस्क्यू टीम ने बोरवेल से करीब 10 फीट की दूरी पर उसी के समानांतर गड्ढा खोदना शुरू किया। इस दौरान बच्ची की कुशलता पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही थी। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए टीम ने रोशनी सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं की, जिससे रात में भी बचाव अभियान नहीं रुका। दूसरी ओर दिव्यांशी के सकुशल वापसी के लिए प्रार्थनाएं की जा रही थी। सभी के प्रयास से बच्ची की जान बचाई जा सकी।
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