शहर के गली-मोहल्ले और चौराहों पर पुलिस बल तैनात है। तालाब चौक, गौशाला मार्ग, इमलीपुरा सहित अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। ड्रोन से भी शहर की निगरानी की जा रही है। प्रशासन की तरफ से कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं।
खरगोन : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में हिंसा के बाद से ही प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को देखते हुए पुलिस ने जिले में कर्फ्यू लगा दिया है। यहां पाबंदियों के बीच ही त्योहार मनाए जा रहे हैं। रामनवमी पर हुई हिंसा के 22 दिन बाद आज जब त्योहार आया तो पुलिस-प्रशासन ने सोमवार को ही फैसला कर लिया कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं दी जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिसबल भी तैनात किया गया है। तालाब चौक, पहाड़सिंगपुरा, काजीपुरा, मोहन टॉकिज, गुरुव मोहल्ला और भावसार मोहल्ले पर चौकसी ज्यादा है।
न सड़क पर नमाज होगी, न शोभायात्रा निकलेगी
किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति न बने, इसलिए लिए ऐहतियात बरती जा रही है। सड़क पर नमाज पढ़ने पर मनाही है। मस्जिदों में भी भीड़ नहीं जुट सकेगी। ईद (Eid 2022) की नमाज घर पर अदा करनी होगी। वहीं, अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर शहर में सार्वजनिक तौर पर होने वाली शादी पर भी रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही परशुराम जयंती (Parashuram Jayanti) की शोभायात्रा भी नहीं निकल सकेगी। आज अगर सबकुछ ठीक रहा तो फिर आगे पाबंदियों में ढील दी जा सकती है।
1300 जवानों के हवाले शहर की सुरक्षा
शहर में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। 1300 जवानों के हवाले शहर की सुरक्षा है। ड्रोन से संवेदनशील इलाकों पर प्रशासन की नजर है। एंबुलेंस-फायर ब्रिगेड समेत इमरजेंसी सेवाओं की भी व्यवस्थाएं की गई हैं। बता दें कि जिले में रामनवमी के दिन तालाब चौक के पास से निकल रहे जुलूस में डीजे पर बज रहे गानों पर बवाल हो गया था। एक पक्ष गाना बजाने की जिद कर रहा था जबकि दूसरे को इसपर आपत्ति थी, जिसके बाद पूरा शहर हिंसा की आग में जल उठा था।
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