सार
खरगोन हिंसा में एक महिला लापता हो गई, सात दिन होने के बाद उसका कोई पता नहीं चला है। परिवार और पुलिस उसे तलाश रहे हैं। वहीं महिला के बच्चों का मां की याद में रो-रोकर बुरा हाल है।
खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर निकले जुलूस के दौरान हुए दंगे को आज एक सप्ताह हो गया है। धीरे-धीरे हालात काबू में आ रहे हैं। पुलिस अब तक इस हिंसा में दोषी पाए गए 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन हिंसा के बीच भगदड़ में लापता एक महिला का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। परिवारवालों ने काफी खोचने के बाद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अब पुलिस भ महिला को तलाश रही है। वहीं महिला के बच्चे अपनी मां का राह ताक रहे हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
दंगे के बीच पति और बच्चों को ढूंढने निकली थी
दरअसल, हिंसा के बीच लापता हुई इस महिला का नाम लक्ष्मी है, जो कि खरगोन के चमेली की बाड़ी में अपने पति धर्मेंद्र और दो बच्चों के साथ रहती है। बताया जा रहा है कि दंगों के बीच महिला पति और बच्चों को ढूंढने के लिए घर से निकली थी और वह दंगे से जल रहे तालाब चौक की तरफ गई थी। वहीं कुछ देर बाद पति और बच्चे तो घर आ गए, लेकिन वह नहीं लौटी।
मां के इंतजार में रोज घर के बाहर बैठ जाते बच्चे
दंगे के बीच जब घर मां नहीं लौटी तो उसके दो मासूम बच्चे 8 साल की अदिति और 12 साल के अभिजीत का रो-रोकर बुरा हाल है। वह पिछले एक सप्ताह से रोजाना मां के लौटना का इंतजार कर रहे हैं। घर के बाहर रास्ता ताकने के लिए बैठ जाते हैं। सुबह से शाम हो जाती हैं, लेकिन मां नहीं आती। फिर पिता दोनों को यह कहर दिलासा देता की आज नहीं कल आ जाएगी।
पुलिस जगह-जगह महिला को खोज रही
वहीं पुलिस का कहना है कि रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान पथराव और आगजनी के बीच निकली महिला का अभी तक कोई पता नहीं है। हम लगातार उसको खोज रहे हैं। इसके लिए जगह-जगह महिला के बारे में पूछताछ की जा रही है। वहीं सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं, साथ महिला को तलाशने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया है। हमे उम्मीद है कि वह जल्द ही मिल जाएगी।
कुछ ही देर में दर्जनों घर हो जलकर हो गए तबाह
बता दें कि 10 अप्रैल को खरगोन में रामनवमी के अवसर पर श्रीराम शोभायात्रा पर अचानक पथराव हो गया था। जैसे ही यह जुलूस तालाब चौक मस्जिद के पास पहुंचा तो दंगाईयों ने पत्थरबाजी करते हुए भीड़ पर अटैक कर दिया। देखते ही देखते माहौल गर्म हो गया और महौल तनावपूर्ण हो गया। दोनों तरफ हजारों की संख्या में हिंसा के बीच दर्जनों घरों में आग लगा दी गई। जिसमें कुछ ही देर में घर जलकर तबाह हो गए।