मध्यप्रदेश के पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने शनिवार को बताया कि प्रयोगशाला के लिए राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के भोपाल में भदभदा स्थित केन्द्रीय वीर्य संस्थान का चयन किया गया है।
भोपाल: राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत भोपाल में सेक्स सॉर्टेड सीमेन उत्पादन प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी। इससे देशी नस्ल की गिर, थारपारकर, साहीवाल और मुर्रा नस्ल की भैंस की पैदावार को प्रोत्साहन मिलेगा तथा 90 प्रतिशत अच्छी नस्ल की बछिया पैदा होंगी।
मध्यप्रदेश के पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री लाखन सिंह यादव ने शनिवार को बताया कि प्रयोगशाला के लिए राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के भोपाल में भदभदा स्थित केन्द्रीय वीर्य संस्थान का चयन किया गया है।
47.50 करोड़ रूपए की लागत की प्रयोगशाला
यादव ने बताया कि 47.50 करोड़ रूपए लागत की इस प्रयोगशाला परियोजना में 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार द्वारा और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा खर्च की जाएगी। मध्यप्रदेश पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम तथा सेक्सिंग टेक्नॉलोजी इंडिया के बीच इस बारे में अनुबंध हुआ है। अनुबंध के मुताबिक कम्पनी को 20 लाख डॉलर(14 करोड़ रूपए) अग्रिम भुगतान किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार ने 15.6 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में उन्नत नस्ल के बछिया उत्पादन के अध्ययन के लिए उनके नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल 17 नवम्बर से 10 दिवसीय विदेश दौरे पर जाएगा।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)