अचानक सुबह कुछ लोग घर के अंदर घुसे, परिचय सुनते ही कुर्सी पर बैठ रोने लगा अफसर, बोला- मैंने कुछ नहीं किया...

Published : Aug 21, 2019, 03:36 PM IST
अचानक सुबह कुछ लोग घर के अंदर घुसे,  परिचय सुनते ही कुर्सी पर बैठ रोने लगा अफसर, बोला- मैंने कुछ नहीं किया...

सार

आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को पीथमपुर नगर पालिका में पदस्थ राजस्व उप निरीक्षक महेश पटेल के घर पर छापा मारा।

पीथमपुर/इंदौर. आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को पीथमपुर नगर पालिका में पदस्थ राजस्व उप निरीक्षक महेश पटेल के घर पर छापा मारा। टीम ने जब अपना परिचय दिया तो आरोपी पटेल बोला- मैं तो बर्बाद हो गया। फिर कुछ देर बाद सिर पकड़कर रोने लगा और अधिकारियों से बार-बार एक ही बात बोलता रहा सहाब मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। 

लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ ने बताया कि सुबह पांच बजे डीएसपी एसएस यादव की टीम ने पटेल के मकान व चार अन्य जगह एक साथ कार्रवाई की। शुरुआती जांच में पांच मकान, एक दुकान, एक प्लॉट, सात लाख के सोने के जेवर, एक किलो चांदी और 90 हजार रुपए नकद मिले।  लोकायुक्त पुलिस की टीम पटेल के घर के बाहर जाकर सुबह साढ़े पांच बजे खड़ी हो गई थी। जब पटेल की बहू झाड़ू लगाने के लिए बाहर आई तो उसी दौरान टीम ने दस्तक दे डाली।

आरोपी की पत्नी रह चुकी है नगर पालिका की उपाध्यक्ष
आरोपी पटेल की पत्नी सुनीता पटेल पीथमपुर नगर पालिका की पूर्व उपाध्यक्ष व दो बार भाजपा पार्षद रह चुकीं हैं। जबकि एक बेटा नगर पालिका में पदस्थ है। पटेल मांडू नगर परिषद में सीएमओ भी रह चुका है। आरोपी अपनी 27 साल की नौकरी में लगभग 25 साल एक ही शहर यानि पीथमपुर में ही रहा। डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक, 1992 से अब तक पटेल की वेतन से आय 38 से 40 लाख होना थी, लेकिन जो संपत्ति मिली, वह आय से अधिक है। 
 

PREV

मध्य प्रदेश में सरकारी नीतियों, योजनाओं, शिक्षा-रोजगार, मौसम और क्षेत्रीय घटनाओं की अपडेट्स जानें। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित पूरे राज्य की रिपोर्टिंग के लिए MP News in Hindi सेक्शन पढ़ें — सबसे भरोसेमंद राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

Z+ सिक्योरिटी में भी शिवराज सिंह चौहान की जान को खतरा, क्यों पाकिस्तान के निशाने पर?
सौतेली बेटी से बार-बार रेप, मां-बेटी का अश्लील वीडियो भी बनाया...अब आरोपी को डबल उम्रकैद