मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए होने जा रहे उपचुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, त्यों-त्यों भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर बयानों के तीखे हमले कर रहे हैं। अब दिग्विजय सिंह ने भाजपा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी चमड़ी मोटी है, उनकी(भाजपा) गालियों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
इंदौर, मध्य प्रदेश. विधानसभा की 28 सीटों के लिए होने जा रहे उपचुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेता टार्गेट पर हैं। जहां, कांग्रेस उन्हें गद्दार बता रही है, तो भाजपा उनका बचाव कर रही है। कांग्रेस में सबसे ज्यादा कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भाजपा के निशाने पर हैं। खुद को घेरे जाने के बाद दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि उनकी चमड़ी मोटी है, उनकी(भाजपा) गालियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। दिग्विजय ने कहा कि कुछ लोग उन्हें गद्दार कह रहे हैं, लेकिन गद्दार 35 करोड़ में बिके लोग हैं। दिग्विजय सिंह शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
आयोग पर उठाए सवाल
विवादास्पद बयानों के बाद कमलनाथ को स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर किए जाने को दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर को डबरा में कमलनाथ के बयान पर आयोग ने जवाब मांगा था। कमलनाथ ने जवाब भी दे दिया था। इसके बाद 26 अक्टूबर को आयोग ने उन्हें भाषा पर नियंत्रण रखने की सलाह दी। अब उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया। वैसे भी स्टार प्रचारक की सूची का अधिकार राजनीतिक दलों का है। आयोग का इससे कोई लेना-देना नहीं होता। आयोग अपनी ही गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहा है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ ज्यादा शिवराज सिंह चौहान, सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा ने विवादास्पद बातें कही हैं।
कलेक्टर और चुनाव पर्यवेक्षक से मिले कांग्रेस नेता
शनिवार को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, सांवेर के कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू, विधायक जीतू पटवारी आदि कांग्रेस नेता कलेक्टर मनीष सिंह और पर्यवेक्षक चुनाव आयोग से मिले। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कांग्रेस के साथ हो रहे पक्षपात का आरोप लगाया। तन्खा ने भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के चुन्नू-मुन्नू वाले बयान का हवाल दिया। उन्होंने कमलनाथ को स्टार प्रचारक की लिस्ट से बाहर करने को गलत बताया। कांग्रेस नेताओं ने ईवीएम सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए।