भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने दो ट्रांसजेंडर्स को यह पहचान पत्र जारी किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब ऐसा करने वाला भोपाल देश का पहला शहर और मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
भोपाल. अब तक ट्रांसजेंडर के पास कोई अपनी आईडी नहीं होती थी। उनके पास आधार, वोटर कार्ड जैसे दस्तावेज होते हैं। लेकिन देश में पहली बार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ट्रांसजेंडर्स के लिए अलग से पहचान पत्र जारी किए गए हैं।
इस तरह भोपाल बना देश का पहला शहर
दरअसल, भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने दो ट्रांसजेंडर्स को यह पहचान पत्र जारी किए हैं। सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक आरके सिंह ने बताया कि अब ऐसा करने वाला भोपाल देश का पहला शहर और मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है। जहां ट्रांसजेंडर्स के पास उनका पहचान पत्र होगा।
संजना और जूली को मिली अलग पहचान
बता दें कि अभी तक नई जानकारी के मुतबिक, भोपाल जिले में 167 थर्डजेंडर हैं जिनके नाम वोटिंग लिस्ट में हैं। हालांकि इनकी संख्या और ज्यादा भी हो सकती है, जिस पर काम चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार के दिन जिन किन्नरों के लिए यह पहचान पत्र जारी किए गए हैं उनमें संजना सिंह और जुबेर सैयद जूली शामिल हैं।