मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे यानि मंगलवार को सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 9000 हजार संक्रमित केस सामने आए हैं। यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं सरकार की मानें तो प्रदेश में 40 मरीजों ने दम तोड़ा है। अब तक पूरे प्रदेश में 4261 लोगों की मौत हो चुकी है।
भोपाल (मध्य प्रदेश). कोरोना मध्य प्रदेश में जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, वह बेहद खतरनाक साबित होते जा रहा है। कोरोना काल में भोपाल सबसे भयानक दौर से गुजर रहा है। ना तो इलाज के लिए ऑक्सीजन बची है और ना ही मौत के बाद श्मशानों में चिता जलाने के लिए जगह। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहर के 25 से ज्यादा अस्पतालों में ऑक्सीजन से हड़कंप मचा हुआ है। कई लोग तो इलाज की राह में दम तोड़ रहे हैं। कई हॉस्पिटल ने तो मरीजों से साफ कह दिया है कि वह अपने साथ सिलेंडर साथ लेकर आएं, तभी वह यहां पर एडमिट हो। बिगड़ते हालात के चलते भोपाल की अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अपनी ओपीडी सेवाएं 19 अप्रैल से बंद करने जा रहा है। सिर्फ इमरजेंसी हालत में ही नया ऑपरेशन यहां पर किया जाएगा।
84 शवों का किया गया अंतिम संस्कार
मंगलवार के दिन सिर्फ भोपाल के श्मशान घाट भदभदा, सुभाषनगर विश्राम घाट और झदा कब्रिस्तान में 84 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जो कि कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक हुआ। अगर हम सरकारी आंकड़े की माने तो सिर्फ चार लोगों की ही मौत हुई है। आलम यह हो गया है कि श्मशानों में जगह कम पड़ने लगी है। ऐसे में प्रशासन ने नए मुक्तिधाम का निमार्ण कराना शुरू कर दिया है।
रोजना 3000 हजार से ज्यादा मरीज आते हैं एम्स
एम्स ने अपने आदेश में कहा कि 19 अप्रैल से अगले आदेश तक साधारण मरीजों को ओपीडी में इलाज नहीं मिलेगा। राज्य में मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से एम्स प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। बता दें कि सुपर स्पेश्यलिटी के चलते एम्स में रोजाना 3000 हजार से ज्यादा मरीज इलाज कराने के लिए ओपीडी में आते हैं। अब बंद होने के बाद से साधारण मरीजों के लिए यह बुरी खबर है।
पिछली साल दो महीने बंद थी ओपीडी
बता दें कि पिछले साल भी महामारी के दौर में भोपाल एम्स ने अपनी ओपीडी और ऑपरेशन करीब दो महीने के लिए बंद कर दिए थे। जब हालात थोड़े ठीक होने लगे और मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो एम्स ने फिर से ओपीडी शुरू कर कर दी थी।
एक दि में 9000 हजार लोग हुए संक्रमित
मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे यानि मंगलवार को सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 9000 हजार संक्रमित केस सामने आए हैं। यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं सरकार की मानें तो प्रदेश में 40 मरीजों ने दम तोड़ा है। अब तक पूरे प्रदेश में 4261 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भोपाल में मंगलवार को 1497 मरीज संक्रमित हुए और 4 की मौत हुए।