मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जहां एक नौवीं क्लास की छात्रा की वैक्सीन लगने के बाद मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही इलाके के कांग्रेस विधायक अस्पताल पहुंचे और उन्होंने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उज्जैन (मध्य प्रदेश). देश में तीन जनवरी से 15 से 18 वर्ष के छात्रों के लिए टीकाकरण की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। जहां बड़ी संख्या में टीनएजर्स उत्साह दिखाते हुए वैक्सीन लगवा रहे हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जहां एक नौवीं क्लास की छात्रा की वैक्सीन लगने के बाद मौत हो गई। एक तरफ जहां बच्ची के परिजन प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो वहीं डॉक्टरों कहना है कि बच्ची की मौत से वैक्सीन का कोई संबंध नहीं है।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची की मौत
दरअसल, यह दुखद मामला उज्जैन जिले के तराना तहसील के बिशन खेड़ी गांव का है। जहां भगवान सिंह मकवाना की 16 साल बेटी अनुराधा ने तराना के हायर सेकेंडरी स्कूल में गुरुवार को कोरोना की वैक्सीन लगवाई थी। टीकाकरण के एक दिन बाद शुक्रवार सुबह उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसको आनन-फानन में टीकाकरण के बाद अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए बच्ची को उज्जैन रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
परिवार लगा रहे आरोप तो डॉक्टर दे रहे सफाई
इस घटना के बाद से जिला हेल्थ विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। क्योंकि बच्ची के परिजनों का कहना है कि टीकाकरण से ही अनुराधा की तबीयत बिगड़ी थी। वह घर भी नहीं पहुंची पाई और बीमार हो गई और 24 घंटे के अंदर उसने दम तोड़ दिया। वहीं इस मामले पर तराना के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ राकेश जाटव ने बताया कि छात्रा अनुराधा का टीकाकरण बुधवार को हुआ था और उनकी तबीयत गुरुवार को बिगड़ी है। अभी तक हम अपने ब्लॉक में करीब 6 हजार बच्चों को टीका लगा चुके हैं, लेकिन ऐसा कोई मामला नहीं आया इसलिए बच्ची की मौत किसी और वजह से हुई है। शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है, जिसमें सब पता लग जाएगा।
विधायक ने कलेक्टर ने की जांच की मांग
वहीं मामले की जानकारी लगते ही तराना के कांग्रेस विधायक महेश परमार घटना के बाद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। हालांकि उन्होंने कहा कि बच्चों को वैक्सीन आवश्यक है, लेकिन इस मामली की जांच होनी चाहिए। विधायक ने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह से भी जांच की मांग है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।