MP उपचुनाव: आचार्य प्रमोद कृष्णन ने CM शिवराज को बताया मारीच, कंस व शकुनि, तीनों का निचोड़ है ये मामा

आचार्य प्रमोद कृष्णन शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी त्यागी लाल जाटव के समर्थन में चुनावी रैली करने आए थे। जहां उन्होंने सीएम शिवराज की तुलना मारीच, कंस और शकुनि कर डाली। उन्होंने कहा कि मारीच राक्षस, कंस और शकुनि को मिला दिया जाए तो तब जाकर एक मामा शिवराज बनता है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 28, 2020 7:00 AM IST / Updated: Oct 28 2020, 12:51 PM IST

भोपाल. 28 सीटों पर होने जा रहे मध्य प्रदेश के उपचुनाव में नेता जमकर एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं। वह वोट मांगने की चाहत में भाषा और मर्यादा की हद लांघ रहे हैं। हालांकि कई नेताओं को तो चुनाव आयोग की तरफ से नोटित तक मिल चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी नेताओं के बिगड़े बोल नहीं थम रहे हैं। अब  आचार्य प्रमोद कृष्णन का बयान सुर्खियों में है, जहां उन्होंने  प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवारज सिंह चौहान को मारीच राक्षस, कंस और शकुनि तक कह डाला। जानिए क्यों सीएम को कहा राक्षस...

''मारीच, कंस और शकुनि मामाओं का निचोड़ है शिवराज मामा
दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णन शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी त्यागी लाल जाटव के समर्थन में चुनावी रैली करने आए थे। जहां उन्होंने सीएम शिवराज की तुलना मारीच, कंस और शकुनि कर डाली। उन्होंने कहा कि मारीच राक्षस, कंस और शकुनि को मिला दिया जाए तो तब जाकर एक मामा शिवराज बनता है।

ऐसे सीएम शिवराज की तुलना राक्षस कर डाली
चुनावी सभा की शुराआत प्रमोद कृष्णन ने कहा कि 'हिंदू धार्मिक पौराणिक इतिहास में 3 तरह के मामाओं का जिक्र है, त्रेतायुग का पहला मामा हुआ मारीच राक्षस, जिसने मां सीता को हरने के लिए हरण बनकर झूठा नाटक किया था। दूसरा, द्वापर का कंस मामा जिसको सब जानते हैं, किसी तरह से उस राक्षस ने देवकी के बच्चों का मार डाला था। वहीं तीसरा महाभारत का शकुनि मामा, जिसने छल करके ऐसा षड्यंत्र रचा कि पांडवों को बर्बाद कर दिया। अगर इन तीनों मामा को मला दिया जाए तो बनते हैं हमारे शिवराज मामा।


(करैरा विधानसभा में एक चुनावी सभा में आचार्य प्रमोद कृष्णन)

सिंधिया पर भी बोला जमकर हमला
इस चुनावी सभा के दौरान प्रमोद कृष्णन ने  ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि गद्दारों ने अपनी पार्टी छोड़ दुश्मनों का दामन थाम लिया। अरे उपचुनाव तो तब होते हैं जब कोई नेता मर जाता है, लेकिन एक इंसान जब भी मर जाता है तब उसका जमीर गिर जाता है। मध्य प्रदेश में एक नहीं साथ में 23 लोगों का जमीर गिर चुका है।

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