सिंधिया की सुरक्षा में बड़ी चूक: दूसरी गाड़ी की पायलटिंग करती रही पुलिस, फौरन 14 पुलिसकर्मी सस्पेंड

 ये लापरवाही मुरैना और ग्वालियर पुलिस के बीच समन्वय की कमी के चलते हुई है। इस दौरान सिंधिया के साथ  कोई घटना भी हो सकती थी। प्रशसान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए  एक टीआई, 5 सब इंस्पेक्टर समेत 14 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 21, 2021 12:59 PM IST / Updated: Jun 21 2021, 06:31 PM IST

ग्वालियर (मध्य प्रदश). बीजेपी के राज्यसभा सांसद और एमपी के कद्दवार नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। ग्वालियर जा रहे सिंधिया की कार करीब 7 किलोमीटर तक बिना सुरक्षा के चलती रही। जबकि पुलिस दूसरी गाड़ी को एस्कॉर्ट करती रही है। आगे चलने के बाद उनको पता चला कि वह जिस गाड़ी को सुरक्षा दे रहे हैं, वह सिंधिया की नहीं किसी और की है। इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और इस मामले में 14 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि सिंधिया सोमवार सुबह ग्वालियर में वैक्सीनेशन महाअभियान का शुभारंभ करने के लिए आ रहे  थे।

दूसरी गाड़ी को  फॉलो करती रही पुलिस
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात को दिल्ली से ग्वालियर आने के लिए सड़क मार्ग से निकले थे। मुरैना जिले की पायलट उन्हें फॉलो करती हुई ग्वालियर की तरफ बढ़ रही थीं। जहां से उनको लेकर जय विलास पैलेस ले जाना था। लेकिन इसी बीच पुलिसकर्मियों को कुछ गलतफहमी हो गई और वह सिंधिया की कार को छोड़ उन्ही की तरह दिखने वाली दूसरी गाड़ी के पीछे चलने लगे। वह करीब 7 किलोमटीर तक चलते गए।

पुलिस को ऐसे हुई गलतफहमी
जांच में सामने आया है कि जब सिंधिया की कार ने मुरैना की सीमा में प्रवेश किया तो मुरैना पुलिस ने उनकी गाड़ी के आगे-आगे चलना शुरू कर दिया। जैसी गाड़ी  पुरानी छावनी के पास पहुंची तो सिंधिया की कार जैसी दूसरी कार पुलिस को ओवरटेक करते हुए आगे चलने लगी। पुलिसवालों को लगा कि यह गाड़ी सिंधिया की है, इसके बाद वह इसी गाड़ी के पीछे लग गए। जिसके बाद गाड़ी जब ग्वालियर सीमा में पहुंची तो ग्वालियर पुलिस की टीम उसी कार को सिंधिया की कार समझकर पीछे लग गई। 

ऐसे सामने आया पूरा मामला
ग्वालियर जिले की सीमा से निरावली गांव हजीरा चौराहा तक सिंधिया की कार बिना सुरक्षा और पायलटिंग के चलती रही। इस दौरान जब सिंधिया की गाड़ी हजीरा थाने के सामने से गुजरी तो टीआई आलोक सिंह परिहार की नजर कार पर पड़ी तो उन्होंने देखा कि अकेली कार चली जा रही है। इसके बाद उन्होंने फौरन अपने दस्ते के साथ सुरक्षा दी और  ज्योतिरादित्य को जयविलास पैलेस तक पहुंचाया।

5 सब इंस्पेक्टर समेत 14 पुलिसकर्मी संस्पेंड
बता दें कि ये लापरवाही मुरैना और ग्वालियर पुलिस के बीच समन्वय की कमी के चलते हुई है। इस दौरान सिंधिया के साथ  कोई घटना भी हो सकती थी। प्रशसान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए  एक टीआई, 5 सब इंस्पेक्टर समेत 14 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है।

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