'जिंदगी में बहुत उलझनें आ गई हैं, जिनको हम सुलझा नहीं पाए, लोग बड़ी-बड़ी मुशिकल होने के बाद भी नहीं मरते हैं, सामना करते हैं, लेकिन हमारे अंदर हिम्मत नहीं बची सहने की। इसिलए हम यह दुनिया छोड़कर जा रहे हैं। यह सुसाइड नोट लिख पति-पत्नी ने की आत्महत्या।
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां पति-पत्नी अपनी जिंदगी से इतना निराश हो गए कि उन्होंने एक साथ आत्महत्या कर ली। हैरानी की बात यह है कि 7 महीने पहले ही दोनों शादी की हुई थी। दोनों ने सुसाइड नोट में अपनी अंतिम इच्छा भी जाहिर की है। दंपति ने लिखा- हमें एक साथ दूल्हा-दुल्हन की तरह तैयार करके ही विदा करना।
एक-एक कर थम गईं दोनों की सांसें
दरअसल, यह घटना इंदौर के ग्रीन व्यू कॉलोनी के आयुष्मान अपार्टमेंट में घटी। मगंलवार रात को फ्लैट नंबर-301 में रहने वाले मोनू उर्फ सूर्य प्रकाश गुप्ता और उनकी पत्नी अंजलि ने जहर खा लिया। अस्पताल लाते वक्त पति की मौत हो गई, जबकि बुधवार को अंजलि ने भी दम तोड़ दिया।
पति बैंक में करता है जॉब, पत्नी भी करती थी नौकरी
मोनू गुप्ता और अंजली ने इसी साल अप्रैल के महीने में शादी की थी। मोनू कोटेक महिंद्रा बैंक में खाते खुलवाने का काम करता था, जबकि उसकी पत्नी प्राइबेट जॉब करती थी। बताया जा रहा है कि दोनों अपनी जिंदगी में चल रहीं परेशानियों से दुखी थे। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है, इसमें लिखा है- जिंदगी में बहुत उलझन है, इसलिए अब जीना नहीं चाहते।
'दूल्हा-दुल्हन की तरह तैयार कर किया जाए अंतिम संस्कार'
अंजलि ने सुसाइड में लिखा- मैं अंजलि पिता सूयप्रकाश गुप्ता, अपनी जिंदगी से इतना परेशान हो चुकी हूं कि अब जीने का मन नहीं करता। दोनों में कठिनाइयों का सामने करने की हिम्मत नहीं बची है। मैं पूरे होशो हवास में यह पत्र लिख रही हूं और आत्महत्या करने जा रही हूं। मम्मी-पापा और लाली मुझे माफ करना। मोनू ने लिखा- उसे दुल्हन की तरह तैयार किया जाए और फिर उसका अंतिम संस्कार किया जाए। मेरी शादी में जितना भी सोना, चांदी और जेवर मिला था, वो बहन साक्षी को दे दिया जाए।
'लोग बड़ी-बड़ी मुशिकल होने के बाद भी नहीं मरते..लेकिन हम जा रहे हैं'
मोनू ने आगे लिखा- जिंदगी में बहुत उलझनें आ गई हैं, जिनको हम सुलझा नहीं पाए, इसलिए अब जीना नहीं चाहते। हम अपनी मर्जी से जान दे रहे हैं। हमारी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है। लोग बड़ी-बड़ी मुशिकल होने के बाद भी नहीं मरते, सामना करते हैं, लेकिन मेरे अंदर हिम्मत नहीं बची।
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