मानवता को शर्मसार कर देने वाला यह मामला सीधी जिले के अमिलिया थाना क्षेत्र का है। जहां तीन युवकों ने एक महिला के साथ इस हैवानियत को अंजाम दिया। पीड़िता की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
सीधी (मध्य प्रदेश). देशभर में महिलाओं के साथ हैवानियत के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक महिला के साथ हैवानों ने जो हद पार की है, उसे जानकर हर किसी का दिल कांप गया। दरिदों ने एक युवती के साथ पहले गैंगरेप किया फिर इतने में मन नहीं भरा तो आरापियों ने उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे का सरिया डाल दिया। पीड़िता चीखती रहे और वह कहर बरपाते रहे।
जिंदगी और मौत के बीच झूल रही महिला
दरअसल, मानवता को शर्मसार कर देने वाला यह मामला सीधी जिले के अमिलिया थाना क्षेत्र का है। जहां तीन युवकों ने एक महिला के साथ इस हैवानियत को अंजाम दिया। पीड़िता की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। अवस्था में पहले सीधी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, अब युवती को रीवा रैफर कर दिया है।
दूसरे दिन भी कांपता रहा महिला का शरीर
पीड़िता के परिवार मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जहां पता चला है कि तीनों आरोपी पीड़ित महिला के ही गांव के रहने वाले हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजूलता पटेल ने बताया कि पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हालत में है, उसका पूरा शरीर कांप रहा है, वहीं जिन तीन दरिदों ने इस घटना को अंजाम दिया है उनकी पहचान आरोपी लल्लू कोल, भाईलाल पटेल व एक अन्य के रुप में हुई है।
पति की मौत के बाद झोपड़ी में रहकर पाल रही थी बच्चों के पेट
बता दें कि पीड़िता के पति की चार साल पहले मौत हो चुकी है। वह अपने दो बच्चों के साथ एक झोपड़ी में दुकान चलाकर अपना और बच्चों का पेट पाल रही है। शनिवार रात वह दुकान बंद करके सोने चली गई थी। इसी दौरान तीन युवक आए और दरवाजा खटखटाने लगे। कहने लगे कि उनको पानी चाहिए पीने के लिए। महिला ने दरवाजा खोला तो वह दरिंदे एक -एक करके अंदर घुस गए और हैवानियत को अंजाम देते रहे।
पीड़िता मिन्नतें करती रही मह जाऊंगी..लेकिन नहीं आया रहम
हैवानितय की हद तब हो गई जब आरोपियों ने दरिंदगी करन के बाद महिला के प्रायवेट पार्ट में लोहे का सरिया डाल दिया। पीड़िता के शरीर से खून बहता रहा और वह चीखती रही भैया मर जाऊंगी छोड़ दो, लेकिन दरिंदों को उस पर कोई रहम नहीं आया। आलम यह था कि महिला के प्रायवेट पार्ट से रक्तस्त्राव होने लगा जो दूसरे दिन भी जारी रहा।