मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने शादी समारोह के लिए आने के लिए 250 लोगों की संख्या तय कर दी है। लेकिन सरकार की तमाम बंदिशो के बावजूद भी कुछ परिवरों ने इसका तोड़ निकाल लिया है। जिससे ना तो सरकार की गाइडलाइन टूटेगी और ना ही मेहमान छूटेंगे।
उज्जैन (मध्य प्रदेश). ओमिक्रॉन की वजह देश में तीसरी लहर आ चुकी है। राज्य सरकारों ने इससे निपटने के लिए सख्त पाबंदियां लगा दी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर जनवरी-फरवरी में होने वाली शादियों पर पड़ा है। क्योंकि लोगों ने गॉर्डन बुक कर दिए हैं और हाजारों मेहमानों को बुलाने के लिए कार्ड तक बांट दिए हैं। शादी समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की सख्या लिमिट तक करने से घराती-बराती दोनों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने शादी समारोह के लिए आने के लिए 250 लोगों की संख्या तय कर दी है। लेकिन सरकार की तमाम बंदिशो के बावजूद भी कुछ परिवरों ने इसका तोड़ निकाल लिया है। जिससे ना तो सरकार की गाइडलाइन टूटेगी और ना ही मेहमान छूटेंगे। इतना ही नहीं 1 हजार से ज्यादा मेहमान भी शादी अटेंड कर सकेंगे।
सरकार की लिमिट 250 और बट चुके 1200 कार्ड
दरअसल, उज्जैन के ऋषिनगर नगर में रहने वाले लालसिंह राठौर की बेटी की 21 जनवरी को शादी होनी है। इसके लिए उन्होंने शहर का गोपी गॉर्डन तक बुक कर दिया है। इतना ही नहीं 1200 मेहमानों रिसेप्शन तक रखा है, जिनके लिए कार्ड तक बंट चुके हैं। लेकिन राज्य सरकार ने 250 लोगों की संख्य तय कर दी है। जिसस के चलते वह मुश्किल में पड़ गए हैं। हालांकि उन्होंने इसका रास्ता भी निकाल लिया है। जिससे कोरोना नियम भी नहीं टूटेंगे और उनकी बेटी की शादी में 1200 भी आ जाएंगे।
ऐसे आ सकेंगे एक शादी में 1200 मेहमान
लालसिंह राठौर बताया कि अब वह कोरोना संक्रमण को देखते हुए बेटी की शादी में एक नहीं चार रिसेप्शन करेंगे। एक रिसेप्शन में 250 लोगों को बुलाएंगे, किसी को संगीत में तो किसी को हल्दी फंक्शन में बुलाएंगे। तो किसी को जयमाला वाले दिन इनवाइट करेंगे। जिससे शादी में सभी मेहमान भी आ जाएंगे और किसी को बुरा भी नहीं लगेगा।