मध्य प्रदेश के मंत्री बिसाहूलाल सिंह ( bisahulal singh) के सवर्ण महिलाओं पर दिए विवादित बयान पर मामला बढ़ता ही जा रहा है। मंत्री के माफी मांगने के बाद भी कई सामाजिक संगठन और विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है।
भोपाल. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ( bisahulal singh) के सवर्ण महिलाओं पर दिए विवादित बयान पर मामला बढ़ता ही जा रहा है। मंत्री के माफी मांगने के बाद भी कई सामाजिग संगठन और विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है। वहीं शनिवार को बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में घुसकर करणी सेना ने मंत्री को घेर लिया और उन्हें काले झंडे दिखाए दिखाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की गई।
महिलाओं ने मंत्री का पुतला फूंका
वहीं सवर्ण महिलाओं और करणी सेना मंत्री साहू के बंगले पर भी जमकर बवाल काटते हुए मंत्रिपद से इस्तीफा मांगा। साथ ही राजपूत और ठाकुर समाज की महिलाओं ने मंत्री के बंगले के सामने जाकर बिसाहूलाल सिंह का पुतला फूंका। मध्यप्रदेश राजपूत समाज के महासचिव दीपक चौहान ने बताया कि ऐसे इंसान को मंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं जो महिलाओं का सम्मान नहीं करता है। सीएम से अपील है कि तुरंत ऐसे अभद्र भाषा बोलने वाले मंत्री को हटा देना चाहिए।
दिग्विजय और उनके बेटे ने मंत्री पर बोला हमला
कांग्रेस नेताओं ने इस अपत्तिजनक बयान के बाद शिवराज सरकार और उनके मंत्री पर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने कहा कि यह सब उनकी संगत का असर है। वहीं उनके बेटे और विधायक जयवर्धन सिंह ने भी कहा कि आप हाथ पकड़कर घर से निकालने की बात करते हो, हमने आंख उठाने वालों को भी माफ नहीं किया है। जमीर नीलामी में पाए पैसे ने मंत्री जी का दिमाग खराब कर दिया है।
यह है पूरा मामला..
मंत्री बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर जिले में एक संस्था की तरफ से आयोजित नारी रत्न सम्मान समारोह में पहुंचे हुए थे। जहां उन्होंने सवर्ण महिलाओं को लेकर अपत्तिजनक बयान दिया था। मंत्री ने कहा था कि ठाकुरों की घर की महिलाओं को पकड़ कर बाहर निकालें, तभी समाज में समानता आएगी। क्योंकि यही बड़े-बड़े लोग अपनी महिलाओं को कोठड़ी में बंद रखते हैं। उनकी महिलाएं बाहर न निकलें तो उन्हें पकड़-पकड़कर बाहर निकालना चाहिए। तभी तो महिलाएं आगे बढ़ेंगी।