मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोतने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारी समेत प्रदेश के 60 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसलिए राजस्व विभाग से जुड़ा कोई भी सरकारी काम नहीं होगा।
भोपाल. मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोतने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारी (डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक संघ, समेत प्रदेश के 60 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसलिए राजस्व विभाग से जुड़ा कोई भी सरकारी काम नहीं होगा। बता दें कि इस मामले के मुख्य आरोपी बंटी पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है।
कल से नहीं होंगे यह सरकारी काम
बता दें कि राजस्व विभाग की इस हड़ताल के बाद से सोमवार से प्रदेश के हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना होगा। इस दौरान आय प्रमाण पत्र से लेकर जाति प्रमाण पत्र और बाढ़ से होने वाले किसान का नुकसान का सर्वे तक सभी सरकारी काम नहीं होंगे। राजस्व विभाग के इस कदम की राज्य के कई अन्य संगठन भी समर्थन कर रहे हैं।
इस वजह से भीड़ में ज्ञापन देते हैं नेता
राजस्व विभाग के सभी कर्मचारी और अधिकारियों का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों के नेता सिर्फ चर्चा में आने के लिए इस तरह की हरकते करते हैं। क्या वह भी आम आदमी की तरह अदालत में आकर अकेले ज्ञापन क्यों नहीं दे सकते हैं। क्यों भीड़ के साथ आकर इस तरह की बदसलूकी करते हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि शुक्रवार को युवा कांग्रेस नेता बंटी पटेल नेतृत्व में चौरई एसडीएम कार्यालय में बाढ़ पीड़ितों और किसानों को मुआवजा दिलाने सहित 9 मांगों को लेकर प्रदर्शन करने आए थे। पुलिस ने उनको रोका तो वह बैंरिकेटिंग तोड़ने लगे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम सीपी पटेल का गला दबाने की कोशिश की और उनके चेहरे पर कालिख भी पोती दी। इन नेताओं पर आरोप हो कि उन्होंने कर्मचारियों, अधिकारियों के साथ भी मारपीट व अभद्र व्यवहार भी किया है।