22 महीने प्रेमी को पति बताकर साथ में रही, सास से कहती बेटा गुजरात में है, ननद को शक हुआ तो सामने आया शॉकिंग सच

मामले का खुलासा तब हुआ जब विश्वनाथ की बहन वंदना अपनी मां से मिलने अपने मायके आई। उसे शक हुआ कि ये आवाज उसके भाई की नहीं है। वो अपनी मां को लेकर थाने पहुंची तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 

Pawan Tiwari | Published : Aug 13, 2022 2:24 AM IST

मुरैना. मध्यप्रदेश के मुरैना में एक सनसनी मामला सामने आया है। यहां एक महिला 22 महीने से अपने प्रेमी के साथ रह रही थी और अपनी सास से झूठ बोलती रही कि उसका बेटा कमाने के लिए गुजरात गया है। जबकि पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर 22 महीने पहले ही पति की हत्या कर दी थी। मामले का खुलासा एक फोन कॉल से हुआ। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।  पत्नी अपनी सास से रोज उसके बेटे की बात करवाती थी लेकिन सास को कम सुनाई देता था जिस कारण से उसे कभी शक नहीं हुआ कि वह अपने बेटे की जगह बहू के प्रेमी से बात कर रही है। 

दरअसल, घटना मुरैना जिले के सिंहौनियां क्षेत्र के छत्त का पुरा गांव की है। यहां विश्वनाथ सखवार अपनी बुजुर्ग मां और पत्नी के साथ रहता था। दोनों बटाई में खेत लेकर खेती करते थे। इसी दौरान पत्नी का अवैध संबंध अरविंद नाम के एक युवक से हो गया। पति के घर में रहते हुए दोनों एक दूसरे से नहीं मिल पाते थे जिस कारण दोनों ने विश्ननाथ के हत्या का प्लान बनाया। विश्वनाथ सखवार को उसकी पत्नी ने नींद की गोलियां खिलाकर बेहोश कर दिया। उसके बाद उसके कपड़े उतारकर उसे जिंदा नहर में बहा दिया। 

22 महीने तक घर वालों को करती रहती गुमराह
नवंबर 2020 को पत्नी ने विश्वनाथ के साथ बाजार गई थी उसी दिन उसके हत्या की साजिश रची। नहर में बहाने के कारण जब बेटा घर नहीं लौटा तो उसकी मां ने बेटे के बारे में पूछा तो पत्नी ने कहा कि उन्हें अच्छा काम मिल गया है इसलिए कमाने के लिए वो गुजरात चले गए हैं। पति की हत्या के बाद करीब 7 महीने में पत्नी ने भी ससुराल छोड़ दिया और किराये के घर में मुरैना में अपने प्रेमी के साथ रहने लगी। 

पति की सिम से कराती मां से बात
हबू जब गांव जाती अपने प्रेमी को उसका बेटा बताकर फोन में बात करा देती। विश्ननाथ की हत्या करने से पहले दोनों ने पति का सिम निकाल लिया था। आरोपी जब अपनी सास से बेटे की बात कराती तो पति की सिम अरविंद अपने फोन में लगाकर बात करता। 

पुलिस ने किया था अंतिम संस्कार
नहर में बहाने के कारण विश्वनाथ का शव सड़ी-गली हालत में पुलिस को मिला था। शव को मछलियों ने खा लिया था जिस कारण से उसकी पहचान नहीं हो सकी। जिस कारण से सरायछोला पुलिस ने शव को लावारिश मान कर अंतिम संस्कार कर दिया था। 

बहन को हुआ था शक
मामले का खुलासा तब हुआ जब विश्वनाथ की बहन वंदना अपनी मां से मिलने अपने मायके आई। ननद ने भाभी से कहा कि बहुत समय हो गया भाई से बात नहीं हुई उनका नंबर दे दो। उसके बाद भाभी ने अपने प्रेमी से अपनी ननद की बात कराई। जिसके बाद उसे शक हुआ कि ये तो मेरे भाई की आवाज नहीं है। उसके बाद वह अपनी मां के पास पहुंची और थाने लेकर पहुंची और वहां पुलिस को सारा मामला बताया। उसके बाद पुलिस ने आरोपी बहू को पति से बात कराने के लिए कहा- लेकिन अरविंद पुलिस से बात करने में घबरा गया। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि सिम का उपयोग अरविंद के नंबर से हो रहा है इसके बाद पुलिस ने दोनों से सख्ती के साथ पूछताछ की तो उनकी सारी घटना बताते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया। फिलहाल दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

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