दरअसल, ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में दीनदयाल नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के शिलान्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मंत्री माया सिंह भी पहुंची थीं। इसी दौरान स्थानीय कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार जब मंच पर पहुंचे तो उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पैर छू लिए। इसके बाद उन्होंने बीजेपी की पूर्व मंत्री माया सिंह के भी पैर छुए।
ग्वालियर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) में एक कार्यक्रम के मंच पर कांग्रेस विधायक (Congresss) ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के पैर छू लिए, इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार (Satish Sikarwar) ने मंच पर चढ़ते ही पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और फिर शिवराज सरकार में मंत्री रहीं माया सिंह (Maya singh) के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। ये कार्यक्रम ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आयोजित था। फिलहाल, कांग्रेस विधायक के पैर छुए जाने से प्रदेश में नई सियासी हलचल शुरू हो गई है।
दरअसल, ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में दीनदयाल नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के शिलान्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मंत्री माया सिंह भी पहुंची थीं। इसी दौरान स्थानीय कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार जब मंच पर पहुंचे तो उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पैर छू लिए। इसके बाद उन्होंने बीजेपी की पूर्व मंत्री माया सिंह के भी पैर छुए। खास बात ये है कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब सिकरवार ने सिंधिया के पैर छुए हो, इससे पहले जब सिंधिया कांग्रेस में थे और सिकरवार बीजेपी में थे, तब भी उन्होंने सिंधिया के पैर छुए थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
सिंधिया की तारीफ कर चुके हैं सतीश सिकरवार
बता दें कि जब सिंधिया समर्थक विधायक मुन्नालाल गोयल कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे तो सतीश सिकरवार बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए, जहां उपचुनाव में सिकरवार ने मुन्नालाल गोयल को हरा दिया था। लेकिन अब इस तरह सिंधिया के पैर छूने से इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं सतीश सिकरवार एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी बीजेपी में शामिल होने की जगह तो नहीं तलाश रहे है? इससे पहले कांग्रेस विधायक सिकरवार सिंधिया की जमकर तारीफ भी कर चुके हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में ग्वालियर के विकास के लिए सिंधिया की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि महाराज आप बार-बार ग्वालियर शहर में आया करें, आपके आने से शहर की सड़कों के गड्ढे भर जाते हैं, स्ट्रीट लाइट चालू हो जाती है। सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो जाती है। सिकरवार ने सिंधिया को बार-बार महाराज कहकर संबोधित किया।
सावरकर की खुलकर करते हैं तारीफ
कांग्रेस लगातार वीर सावरकर का विरोध करती रही है, लेकिन सतीश सिकरवार ने पार्टी लाइन से हटकर सावरकर की जमकर तारीफ की थी। एक कार्यक्रम में सतीश सिकरवार ने कहा था कि सावरकर महापुरुष और लोगों की आस्था के प्रतीक हैं। हमारे महापुरुषों ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, उन्हें कैद रखना अच्छी बात नहीं है। सिकरवार ने प्रदेश सरकार को भी घेरा और कहा कि हिंदुत्व की दुहाई देने वाली प्रदेश सरकार का कृत्य निंदनीय है। सावरकरजी की प्रतिमा को कैद करने के हम सब खिलाफ हैं।
सियासी अटकलें शुरू हो गईं...
पहले वीर सावरकर की तारीफ और फिर सिंधिया के पैर छूने के बाद ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार को लेकर सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं सिकरवार फिर से बीजेपी में तो शामिल नहीं होने वाले है। हालांकि, इस बात में कितनी दम है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। कभी सिकरवार भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं।
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