पहले और दूसरे चरण के नामांकन पत्रों की जब जांच की गई तो कई रोचक कैंडिडेट की कहानी सामने आईं हैं। जिससे साफ हो गया है कि किस प्रत्याशी के सामने कौन है। इसी बीच गुना जिले की एक पंचायत से दिलचस्प मामला आया है। जहां पति-पत्नी दोनों ही दो सीटों से चुनावी मैदान में हैं। तो कुछ हसबैंड-वाइफ ने एक दूसरे के खिलाफ पर्चा भरा है।
गुना. मध्य प्रदेश में होने वाला पंचायत चुनाव (MP Panchayat Election) अब अपने असली रंग में आ गया है। पहले और दूसरे चरण के नामांकन पत्रों की जब जांच की गई तो कई रोचक कैंडिडेट की कहानी सामने आईं हैं। जिससे साफ हो गया है कि किस प्रत्याशी के सामने कौन है। इसी बीच गुना जिले की एक पंचायत से दिलचस्प मामला आया है। जहां पति-पत्नी दोनों ही दो सीटों से चुनावी मैदान में हैं। तो कुछ हसबैंड-वाइफ ने एक दूसरे के खिलाफ पर्चा भरा है।
अपने-अपने इलाके में वोट मांगने निकल जाते हैं दोनों
दरअसल, गुना जिले के रहने वाले रमेश खटीक (सेंडो) ने आरोन क्षेत्र से जिला पंचायत सीट पर फॉर्म भरा है। वहीं रमेश की पत्नी पुष्पलता खटीक म्याना क्षेत्र से अपना नामंकन दाखिल किया है। पति-पत्नी दोनों ही चुनावी मैदान में है, वह दोनों सुबह से ही अपने-अपने लिए वोट मांगने के लिए अपने क्षेत्र में निकल जाते हैं।
सेंडो नाम पढ़ने की है दिलचस्प कहानी
बता दें कि रमेश खटीक उर्फ सेंडो की पहचान अपने जिले में चुनावी नेता के तौर पर होती है। वह जिले में लगभग हर चुनाव लड़ने के लिए मशहूर हैं। वह पिछली बार चुनाव लड़े थे, हालांकि वो हार गए थे। रमेश के सेंडो नाम दिए जाने की भी एक रोचक कहानी है। बताया जाता है कि 1977-78 में रमेश साईकल से लकड़ी बेचने के लिए जाया करते थे। उस समय वो सेंडो बनियान पहनते थे। लोग उनको सेंडो नाम से पुकारने लगे। फिर यही सेंडो नाम उनका इतना फेमस हुआ कि अब इलाके की जनता उनको सेंडो नेता के नाम से जानते हैं। कहने को तो कागजों में उनका नाम रमेश है, लेकिन उनकी पहचान सेंडो के नाम से ही है।
कई जगह पति-पत्नी एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे चुनाव
वहीं गुना जिले के एक और वार्ड से पति और पत्नी ने एक दूसरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। मंगलवार को देवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी ने एक ही वार्ड से अपना-अपना नामाकंन पत्र दाखिल किया है। वहीं राघोगढ़ से अमित चौहान और उनकी पत्नी रीतू चौहान ने भी एक साथ नामांकन पर्चा है। इसके अलावा हनुमंत सिंह रावत और उनकी पत्नी विजयदेवी ने राघोगढ़ के एक ही वार्ड से नामाकंन पत्र दाखिल किया है।
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