मेरा क्या कसूर: कड़ाके की ठंड में तालाब किनारे अपने 'लाल' को छोड़कर चली गई मां

जिंदगी अगर बाकी है, तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे नहीं छीन सकती। इस नवजात ने भी यही साबित किया। वो कई घंटे ठंड में तालाब किनारे पड़ा रहा।
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 28, 2019 8:31 AM IST / Updated: Dec 28 2019, 02:03 PM IST

रीवा, मध्य प्रदेश. कोई कितनी भी कोशिश कर ले, अगर किसी की जिंदगी बाकी है, तो उसे कोई खत्म नहीं कर सकता। इस नवजात ने इसी को साबित किया। इस कड़कड़ाती ठंड में लोग थोड़ी देर भी घर से बाहर नहीं रहना चाहते, ऐसे में यह बच्चा करीब 3 घंटे तक तालाब किनारे पड़ा रहा। वो जोर-जोर से रोता रहा। क्योंकि वो जीना चाहता था।

खेतों की ओर जा रहे लोगों की नजर पड़ी..
मामला शुक्रवार सुबह का है। बिछिया थाने के कोठी गांव में कुछ लोग अपने खेतों की ओर जा रहे थे। तभी उनके कानों में किसी बच्चे के रोने की आवाज पड़ी। उन्होंने जाकर देखा, तो तालाब किनारे यह नजवाज पड़ा हुआ जोर-जोर से रोये जा रहा था। बच्चे को ठंड में ठिठुरते देखकर लोगों के आंसू निकल पड़े। उन्होंने बच्चे को उठाया और उसे कपड़े में लपेटा। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को संजय गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। ठंड में पड़े रहने के कारण बच्चे की हालत थोड़ी खराब है। हालांकि जान को कोई खतरा नहीं है।

पुलिस को अंदेशा है कि किसी बिन ब्याही मां ने शुक्रवार सुबह अंधेरे में बच्चे को यहां छोड़ा था। गनीमत रही कि किसी जानवर ने उसे नुकसान नहीं पहुंचाया।

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