मध्य प्रदेश के मुरैना में एक ही परिवार के तीन बच्चों की लगातार हुई मौत के बाद पूरा गांव सहम गया है। गांव के लोग अंधविश्वास से डरे हुए हैं, वह इन मौतों की वजह गांव के बाहर बने कुलदेवी के मंदिर को मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि कुलदेवी गांव से नाराज हैं इसलिए ऐसा हुआ है।
मुरैना(Madhya Pradesh). दुनिया चांद पर पहुंच गई है लेकिन देश में अभी भी ऐसे बहुत से गांव हैं जहां अन्धविश्वास का बोलबाला है। मध्य प्रदेश के मुरैना में एक ही परिवार के तीन बच्चों की लगातार हुई मौत के बाद पूरा गांव सहम गया है। गांव के लोग अंधविश्वास से डरे हुए हैं, वह इन मौतों की वजह गांव के बाहर बने कुलदेवी के मंदिर को मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि कुलदेवी गांव से नाराज हैं इसलिए ऐसा हुआ है। हांलाकि तीनों बच्चों की मौत कैसे हुई ये डॉक्टर भी अभी तक नहीं समझ पाए हैं। डॉक्टर इसे दिमागी बुखार या इसी की तरह की कोई बीमारी बता रहे हैं। मृतक बच्चों का परिवार भी मौतों की वजह जादू-टोना ही मान रहा है, जिसके बाद परिवार के लोग सहमे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक मुरैना जिले के कैलारस विकासखंड के भिलसैंया गांव के रहने वाले कल्याण यादव के 5 बच्चों में से तीन की मौत हो गई है। कुछ दिन पहले 3 साल की बेटी सुमन को बुखार आया था। इसके बाद उसे झटके आने लगे दवाई दिलाई और झाड़ फूंक भी करवाई। इसी बीच 19 दिसंबर को 6 साल की बेटी राधिका को भी झटके आने लगे। अस्पताल में इलाज के दौरान राधिका की मौत हो गई। इसके बाद 2 दिन पहले 17 माह का बेटा विपिन बीमार हुआ उसने माता-पिता के सामने ही दम तोड़ दिया। इसके तुंरत बाद ही अस्पताल में भर्ती सुमन ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है।
कुलदेवी की नाराजगी की चर्चा से सहमे लोग
तीनों बच्चों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा है। सभी लोग कल्याण यादव के घर सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। ग्रामीण इन मौतों को गांव के बाहर बने कुलदेवी के मंदिर की कहानी से जोड़ रहे हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि कुलदेवी जब नाराज होती हैं तो गांव में इसी तरह से अनहोनियां होने लगती हैं। ग्रामीणों ने ही देवी प्रकोप की बात कहकर पीड़ित परिवार को और अधिक डरा दिया है। गांव वालों का कहना है कि कुछ साल पहले भी कुलदेवी नाराज हुईं थीं तब भी गांव में ऐसे ही रहस्यमयी बीमारी से दो-तीन लोगों की मौत हुई थी।
परिजनों को भूत प्रेत के कारण मौत होने की आशंका
परिजनों का कहना है कि जब 3 साल की सुमन बीमार हुई तो उसे झटके आ रहे थे। कल्याण और उसकी पत्नी को लगा भूत-प्रेत या देवी प्रकोप है। उन्होंने झाड़-फूंक करने वाले ओझा को बुला लिया। आराम नहीं होने पर अस्पताल पहुंचे। बड़ी बेटी राधिका के सिर में सूजन थी और झटके आ रहे थे। वह ग्वालियर में भर्ती थी। इसके बाद 17 माह के विपिन ने तो मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। ऐसे में किसी प्रेत बाधा के अन्धविश्वास से पूरा परिवार सहमा हुआ है।
डॉक्टर भी नहीं समझ पाए रहस्यमयी बीमारी
मामले में डॉक्टरों का कहना है कि तीनों बच्चों की मौत किस बीमारी से हुई इसका पता तो अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन इस हालात में मौत हुई है ऐसे में इसे दिमागी बीमारी या चमकी बुखार माना जा सकता है । इसकी वजह से बच्चों को झटके आ रहे थे। सीएमएचओ डॉ राकेश शर्मा ने बताया कि कल्याण यादव के बच्चों की मौत की वजह कैसे हुई यह कहना मुश्किल है। बीमारी का पता लगा रहे हैं। संभवतः दिमागी या चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) हो सकता है।