मध्य प्रदेश के सीधी में एक गरीब महिला से रिश्वत मांगे जाने के बाद अजीबो-गरीब हालत पैदा हो गई। महिला के पास पैसे नहीं थे। इसलिए वो भैंस लेकर दफ्तर जा पहुंची।
सीधी, मध्य प्रदेश. यहां के तहसील कार्यालय में पिछले दिनों अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई। किसी महिला से कर्मचारी ने पैतृक सम्पत्ति के नामांतरण के लिए 10000 रुपए की रिश्वत मांग ली। महिला के लिए यह रकम काफी बड़ी थी। जब उसे कुछ समझ नहीं आया, तो वो रिश्वत की रकम के बदले अपनी भैंस लेकर दफ्तर जा पहुंची। उसने दफ्तर के बाहर भैंस बांध दी। लेकिन जैसे ही बात फैलना शुरू हुई, तो अफसरों को हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में अधिकारी आए और महिला को समझाया।
महिला को धोखे में रखा गया
महिला का नाम रामकली पटेल बताया जाता है। घटना सिहवाल तहसील कार्यालय में मंगलवार को हुई। महिला ने बताया कि नामांतरण के लिए उससे रिश्वत मांगी गई थी। लेकिन उसके पास इतनी बड़ी रकम देने के लिए नहीं थी। हालांकि तहसीलदार माइकल टिर्की ने बताया कि महिला का काम 14 नवंबर को ही हो चुका है। उसे किसी ने ऐसा करने के लिए भड़काया था। उधर, रामकली अपनी बात पर अड़ी रही कि उसका काम अभी तक नहीं हुआ है। बताते हैं कि महिला का केस एसडीएम कोर्ट में था। महिला को इसके ऑर्डर की कॉपी तक दे दी गई है। एसडीएम आरके सिन्हा ने भी माना कि महिला को गलत जानकारी दी गई।