जयकुमार गोरे ने कांग्रेस छोड़ने के बाद साल 2019 में बीजेपी ज्वाइन किया था। वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे। विधायक गोरे पर यौन उत्पीड़न का केस भी चल रहा है।
मुंबई। बड़े राजनीतिक दल अपने नेताओं की वजह से परेशान हैं। कांग्रेस के बाद एक बार फिर बीजेपी अपने एक विधायक के बयान को लेकर बैकफुट पर है। बीजेपी जिस प्रभु श्री राम के नाम पर सत्ता के शिखर पर पहुंची उसी आराध्य को पार्टी के विधायक ने ऐसा कुछ कह दिया क विवाद शुरू हो गया। बीजेपी विधायक जयकुमार गोरे ने भारतीय जनमानस के चहेते मर्यादा पुरुषोत्तम राम की नीयत पर ही सवाल खड़े कर दिए। कांग्रेस ने इस बयान को राजनीतिक मुद्दा बना दिया जिससे पूरी पार्टी असमंजस में है।
बीजेपी विधायक ने कह दिया प्रभु राम की रावण को मारने की मंशा खराब थी
जय कुमार गोरे, महाराष्ट्र के सतारा जिले के मान से बीजेपी के विधायक हैं। विधायक ने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक संबोधन के दौरान कहा कि भगवान राम की मंशा खराब थी। गोरे यहीं नहीं रूके, उन्होंने यहां तक कह दिया कि श्री राम रावण के खिलाफ युद्ध सिर्फ इसलिए जीत सके क्योंकि विभिषण उनके साथ आ गए थे।
सोशल मीडिया पर फजीहत के बाद विधायक ने बदला बयान, बीजेपी बोली विधायक की जुबान फिसल गई थी
बीजेपी विधायक का बयान जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उन्होंने कुछ ही घंटों में अपने बयान को बदलते हुए कहा कि वह रावण की मंशा की बात कहे थे।
उधर, बीजेपी ने अपने विधायक का बचाव करते हुए कहा कि विधायक ने राम को नहीं बल्कि रावण की मंशा को खराब कहा था, यह केवल जुबान फिसलने का मसला है। विधायक ने स्वयं अपना बयान सही कर लिया है।
गोरे पहले थे कांग्रेस में, 2019 में किया था बीजेपी ज्वाइन
जयकुमार गोरे ने कांग्रेस छोड़ने के बाद साल 2019 में बीजेपी ज्वाइन किया था। वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे। आपको बता दें कि विधायक जयकुमार गोरे पर यौन उत्पीड़न का केस भी चल रहा है।
भाई ही हैं गोरे के असली प्रतिद्वंद्वी
विधानसभा क्षेत्र में जयकुमार गोरे के सबसे बड़े राजनीतिक प्रतिद्वंदी उनके भाई शेखर हैं। साल 2019 में दोनों भाइयों ने एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था। गोरे ने भगवान राम को लेकर कही गई अपनी बात को अपने परिवार से भी जोड़ा। उन्होंने कहा, मेरे भाई को मैंने नहीं खड़ा किया, लेकिन मेरी मंशा गलत नहीं थी।'
गोरे ने रावण और राम के युद्ध और विभिषण को जीत का कारण बताते हुए अपने भाई पर ही निशाना साधा था।
कांग्रेस ने बीजेपी को विधायक के बहाने निशाना साधा
जयकुमार गोरे के बयान को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है। कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि इससे पता चलता है कि भगवान राम के प्रति बीजेपी की मंशा कितनी खराब है। हिंदुत्व के नाम पर हो रही मॉब लिंचिंग को पार्टी सपोर्ट कर रही है। यह भगवान राम के छवि की लिंचिंग है, जिन्हें हम सम्मान और न्याय की मूर्ति मानते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम यह पूछना चाहते हैं कि बीजेपी गोरे के इस बयान पर क्या कार्रवाई करेगी। भगवान राम को हम पूजते हैं और बीजेपी इस नाम का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रही है।'